ओला इलेक्ट्रिक ने आज कहा कि उसकी बिक्री दमदार है। उसने जोर देकर कहा कि कंपनी आंकड़ों की कवायद मार्च के अंत तक पूरा करने पर ध्यान दे रही है। सरकार के वाहन पोर्टल पर फरवरी के बिक्री के वास्तविक और घोषित आंकड़ों में विसंगतियां के बीच कंपनी ने यह जानकारी दी। इससे पहले कंपनी ने ऐलान किया था कि उसने पिछले महीने 25,000 इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचे थे। अलबत्ता वाहन पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार फरवरी के अंत तक और 17 मार्च तक उसने केवल 8,651 स्कूटर पंजीकृत किए।
कंपनी ने कहा, ‘हमारी बिक्री दमदार बनी हुई है और फरवरी के दौरान अस्थायी बैकलॉग का कारण विक्रेताओं के साथ चल रही हमारी बातचीत थी क्योंकि वाहन पंजीकरण का जिम्मा इन डीलर पर ही होता है। इस लंबित काम को तेजी से निपटाया जा रहा है और रोजाना के पंजीकरण हमारी तीन महीने की दैनिक बिक्री के औसत का 50 प्रतिशत से अधिक हैं। फरवरी के बैकलॉग का लगभग 40 प्रतिशत पहले ही निपटा दिया गया है और शेष मार्च 2025 के अंत तक खत्म कर लिया जाएगा।’
21 मार्च तक वाहन पोर्टल पर फरवरी की बिक्री का आंकड़ा 8,652 था। मोटर वाहन अधिनियम के अनुसार वाहनों को खुदरा बिक्री के सात दिन के भीतर संबंधित राज्यों के परिवहन विभाग के पास पंजीकृत कराना होता है। केंद्र सरकार का वाहन पोर्टल सभी पंजीकृत वाहनों को रिकॉर्ड करता है जहां से खुदरा बिक्री के आंकड़े एकत्रित किए जाते हैं।
कंपनी ने बयान में कहा कि यह सीधे तौर पर पंजीकरण संबंधी काम के अस्थायी बैकलॉग का मामला है। फिर भी कुछ मीडिया आउटलेट और निहित स्वार्थ वालों ने जानबूझकर इसे गलतबयानी और बदनामी के अभियानों के जरिये नियामकीय मसले के रूप में गलत तरीके से पेश किया है। यह तब और तेज हो गया जब हमने संचालन सुव्यवस्थित करने और लाभ बढ़ाने की अपनी रणनीति के तहत पंजीकरण प्रक्रिया का प्रबंधन करने वाले दो देशव्यापी विक्रेताओं के साथ अनुबंध खत्म कर दिए। तब से ही भ्रम पैदा करने और अनावश्यक जांच शुरू कराने के प्रयास किए गए हैं।
इसमें आगे कहा गया, ‘हम कुशलता से बैकलॉग को खत्म करने तथा पारदर्शिता और विश्वसनीयता के साथ अपने ग्राहकों की सेवा जारी रखने पर ध्यान दे रहे हैं।’