मर्सिडीज बेंज इंडिया इस साल बिक्री संख्या को दोहरे अंक में पहुंचाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। कंपनी के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी संतोष अय्यर ने सोमवार को कहा कि कंपनी इस साल बाजार में 12 से अधिक मॉडल पेश करने वाली है। जर्मनी की कार विनिर्माता कंपनी ने साल 2023 में 10 फीसदी की सालाना वृद्धि दर्ज की है। भारत में लक्जरी कार बाजार का नेतृत्व करने वाली कंपनी ने पिछले साल 17,408 गाड़ियां बेचीं।
अय्यर ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘साल 2023 के लिए हमने हमेशा कहा था कि वृद्धि दोहरे अंकों में होनी चाहिए। चूंकि हम भारत में सबसे बड़े लक्जरी कार ब्रांड हैं। इसलिए हमारा उच्च आधार है। हमने साल 2023 के अंत तक 17,408 गाड़ियां बेचीं, जो खुद में एक बड़ी संख्या है।’ साल 2022 में कंपनी ने एक साल पहले की तुलना में 41 फीसदी की वृद्धि दर्ज कर 15,822 गाड़ियां बेची थीं। अय्यर ने कहा, ‘साल 2023 की वृद्धि (10 फीसदी) के अलावा आपको ढांचे पर भी गौर करना चाहिए। बीते चार वर्षों में हमारे औसत बिक्री मूल्य में भी काफी इजाफा हुआ है। साल 2023 में कंपनी की करीब 25 फीसदी बिक्री उच्च श्रेणी में हुई।’
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कंपनी डेढ़ करोड़ रुपये से अधिक कीमत वाली कारों को उच्च श्रेणी में मानती है। साल 2022 और साल 2021 में कंपनी की कुल कारों की बिक्री में उच्च कार श्रेणी की क्रमशः 12 और 22 फीसदी कारें बिकी थीं। सोमवार को मर्सिडीज बेंज इंडिया ने अपने एसयूवी पोर्टफोलियो को मजबूती देने के लिए नया जीएलएस मॉडल पेश किया।
अय्यर ने कहा, ‘हमारे इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में साल 2022 से 2023 के दौरान तीन गुना वृद्धि हुई है। ईवी में हमारी हिस्सेदारी भी चार फीसदी बढ़ गई है। यह साल 2022 में महज 1 से 1.5 फीसदी थी।’ उन्होंने कहा कि ईवी कारोबार की वृद्धि लंबी रेस है, कोई तेजी से दौड़ने वाली छोटी रेस नहीं है। अय्यर ने कहा कि साल 2024 में भी दोहरे अंकों में वृद्धि का लक्ष्य रखा है।