भारत की सबसे बड़ी यात्री वाहन निर्माता मारुति सुजूकी इंडिया (MSIL) ने अपनी 5-डोर एसयूवी ‘जिम्नी’ (Jimny) की शुरुआती कीमत 12.7 लाख रुपये रखी है। कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इस कार की मदद से मौजूदा 50,000 वाहन सालाना वाले एसयूवी बाजार का आकार दोगुना होने का अनुमान है।
एमएसआईएल जिम्नी के लिए 31,000 बुकिंग पहले ही दर्ज कर चुकी है। एमएसआईएल के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन एवं बिक्री) शशांक श्रीवास्तव ने कहा कि जिम्नी से लाइफस्टाइल एसयूवी बाजार का मौजूदा आकार लगभग दोगुना हो सकता है। यह बाजार 45,000-50,000 वाहन सालाना का है।
मारुति सुजूकी इंडिया के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ हिशाही ताकेउची ने कहा कि जिम्नी कंपनी को देश की सबसे बड़ी एसयूवी निर्माता बनने के लक्ष्य में अहम योगदान देगी।
जिम्नी की सीधे तौर पर महिंद्रा ऐंड महिंद्रा थार से प्रतिस्पर्धा
भारतीय यात्री वाहन (PV) बाजार तेजी से एसयूवी की तरफ केंद्रित हो रहा है इसमें पीवी बाजार की करीब 42 प्रतिशत हिस्सेदारी पहले से ही है। मारुति ब्रेजा, ग्रैंड विटारा की बिक्री करती है और अब जिम्नी और फ्रॉन्क्स को बेचेगी।
जिम्नी सीधे तौर पर महिंद्रा ऐंड महिंद्रा थार से प्रतिस्पर्धा करेगी। जिम्नी 7 जून से नेक्सा शोरूमों में उपलब्ध होगी और इसकी कीमत 12.7 लाख रुपये से 15.05 लाख रुपये के बीच होगी। कंपनी अपने एरेना डीलरशिप के जरिये ब्रेजा की बिक्री करती है।
महिंद्रा थार रियर-व्हील ड्राइव और ऑल-व्हील ड्राइव, दोनों के रूप में उपलब्ध है। थार का ऑल-व्हील ड्राइव मॉडल 13.8-16.78 लाख रुपये के बीच उपलब्ध है, जबकि रियर-व्हील ड्राइव की कीमत लगभग 10.5 लाख से शुरू है।
एमऐंडएम भी थार का 5-डोर वर्जन लाने की योजना बना रही है और फिर वह जिमनी से प्रत्यक्ष रूप से प्रतिस्पर्धा कर सकेगी। एमऐंडएम की थार से एमएसआईएल की जिम्नी को टक्कर मिलेगी, लेकिन इस साल 29 मार्च तक ऑल-व्हील ड्राइव थार एसयूवी ने 100,000 वाहन उत्पादन का लक्ष्य पूरा कर लिया। एमऐंडएम ने यह लक्ष्य अक्टूबर 2020 में पेशकश के महज ढाई साल से कम समय में पूरा किया है।
एमएसआईएल ने 2021 से 3-डोर जिम्नी का निर्यात किया है, और अब उसने इस कार के 5-डोर वर्जन का निर्यात शुरू करने की योजना बनाई है।
एमके ग्लोबल के विश्लेषकों ने हाल में कहा कि एमएसआईएल को एसयूवी सेगमेंट की मदद से वित्त वर्ष 2024 में और उसके बाद अपनी बाजार भागीदारी मजबूत होने की संभावना है।
एमके का कहना है कि मारुति को वित्त वर्ष 2024 में उद्योग की 5-7 प्रतिशत वृद्धि के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन किए जाने की संभावना है और कंपनी ने करीब 25 प्रतिशत भागीदारी के साथ एसयूवी में अपना बाजार दबदबा बनाने का लक्ष्य रखा है।
भारतीय वाहन निर्माताओं के संगठन सायम के अनुसार, 2022-23 की अप्रैल-जनवरी अवधि में यूवी बाजार में एमएसआईएल की 18.5 प्रतिशत भागीदारी थी, जबकि एमऐंडएम के लिए 17.96 प्रतिशत और टाटा मोटर्स के लिए 16.59 प्रतिशत थी। श्रीवास्तव का कहना है कि एमपीवी सेगमेंट में उनकी 50 प्रतिशत भागीदारी है।