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Maruti Suzuki ने किया 3 करोड़ कारों का प्रोडक्शन, भारत बना दूसरा सबसे बड़ा मार्केट, इस राज्य में बने सबसे ज्यादा वाहन

Maruti Suzuki Manufacturing in India: Maruti Suzuki को यह आंकड़ा हासिल करने में जापान से भी कम समय लगा। कंपनी ने जापान में 3 करोड़ प्रोडक्शन हासिल करने में 55 लगाया था।

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रत्न शंकर मिश्र   
Last Updated- April 03, 2024 | 6:01 PM IST

Maruti Suzuki Manufacturing in India: भारत की सबसे बड़ी कार मैन्युफैक्चरिंग ने आज यानी बुधवार को एक और रिकॉर्ड बना दिया है। कंपनी ने बताया कि उसने अपने 40 साल 4 महीने के सफर में तीन करोड़ वाहनों के उत्पादन का जबरदस्त आंकड़ा हासिल कर लिया है।

भारत में तीन करोड़ कारों का प्रोडक्शन दर्ज करने के बाद कंपनी के लिए भारत दूसरा सबसे बड़ा मार्केट बन गया है। गौरतलब है कि मारुति सुजुकी जापान की कंपनी है और वहां इसने सबसे ज्यादा कारों का प्रोडक्शन दर्ज किया है।

जापान से भी तेज भारत में प्रोडक्शन

दिलचस्प बात यह है कि मारुति को यह आंकड़ा हासिल करने में जापान से भी कम समय लगा। कंपनी ने जापान में 3 करोड़ प्रोडक्शन हासिल करने में 55 लगाया था, वही भारत में करीब 40 साल में हासिल कर लिया गया। इस लिहाज से कंपनी ने अपने गृह राष्ट्र से ज्यादा तेज रफ्तार से प्रोडक्शन किया है।

कंपनी ने बुधवार को बयान में कहा कि उसकी सब्सिडियरी मारुति सुजुकी इंडिया (MSIL) ने वित्त वर्ष 24 खत्म होने के साथ यानी मार्च, 2024 के अंत तक भारत में तीन करोड़ वाहनों के प्रोडक्शन का लक्ष्य हासिल कर लिया है।

कंपनी ने अपने बयान में कहा, ‘जापान के बाद भारत दूसरा देश बन गया है जिसमें सुजुकी इस मील के पत्थर तक पहुंची है। भारत दिसंबर, 1983 में उत्पादन शुरू करने के बाद से केवल 40 साल और 4 महीने में तीन करोड़ इकाई तक पहुंचने वाला सबसे तेज देश बन गया है। भारत ने जापान में 55 साल और दो महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है।’

हरियाणा में बनी सबसे ज्यादा कारें

मारुति सुजुकी ने बताया कि हरियाणा की फैसिलिटीज में सबसे ज्यादा प्रोडक्शन किया गया। इस राज्य में बनी मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटीज से 2.68 करोड़ वाहनों का प्रोडक्शन हुआ, जबकि गुजरात स्थित फैसिलिटीज से 32 लाख वाहनों की मैन्युफैक्चरिंग हुई।

Maruti 800 से शुरू हुआ सफर

भारत में सुजुकी का वाहन उत्पादन इसके पहले मॉडल मारुति 800 (Maruti 800) के साथ तत्कालीन मारुति उद्योग लिमिटेड द्वारा शुरू हुआ, जो कंपनी और भारत सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम (joint venture) था। कंपनी ने देश में करीब 29 लाख मारुति 800 कारों की बिक्री दर्ज की। इसने कहा कि 3 करोड़ का यह मील का पत्थर हासिल करने में Alto 800, Alto K10, Swift, Wagon R, Dzire, Omni, Baleno, Eeco, Brezza और Ertiga कारों का भी काफी योगदान रहा है।

बढ़ेगा मैन्युफैक्चरिंग प्लांट

Maruti Suzuki India Limited के प्रबंध निदेशक (MD) औऱ CEO हिताशी ताकेउची (Hisashi Takeuchi) ने कहा, ‘आज भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा यात्री वाहन बाजार (assenger vehicle market) है और आने वाले वर्षों में और मजबूत होने के लिए तैयार है। ग्राहकों की मांग और आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए, हम आगे निवेश करने और वित्त वर्ष 2030-31 तक अपनी सालाना उत्पादन क्षमता को 40 लाख यूनिट तक बढ़ाने की योजना बना रहे हैं। इस दिशा में काम करते हुए, हम खरखौदा-हरियाणा और गुजरात में 10-10 लाख क्षमता के दो नए ग्रीन फील्ड मैन्युफैक्चरिंग प्लांट स्थापित करेंगे। हम वित्त वर्ष 2030-31 तक अपने मॉडलों की सीरीज को मौजूदा 18 से बढ़ाकर 28 तक कर देंगे।’

बता दें कि इस समय मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (MSIL) की हरियाणा के गुरुग्राम में और गुजरात के हंसलपुर में मैन्युफैक्चरिंग प्लांट हैं, जहां से पूरे देश में वाहन आपूर्ति की जाती है।

शेयरों में गिरावट

ऑटो सेक्टर में गिरावट के दौरान आज मारुति सुजुकी के शेयरों में भी 0.98 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। BSE पर कंपनी के शेयर 12428.80 रुपये पर बंद हुए।

First Published : April 3, 2024 | 6:01 PM IST