पहले ही तगड़ी होड़ का मैदान बने देसी इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार में जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर ने आज नए सिरे से ताल ठोक दी। कंपनी ने अपनी नई स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) विंडसर 10 लाख रुपये से कम कीमत में उतार दी। अगर ग्राहक बैटरी को सर्विस के तौर पर अलग से लेते हैं तो उनके लिए विंडसर की कीमत केवल 9.99 लाख रुपये पड़ेगी।
कीमत तय करने का कंपनी का यह नया मॉडल अपनाने वाले ग्राहकों को बाद में बैटरी इस्तेमाल करने के लिए पैसा देना होगा, जो 3.5 रुपये प्रति किलोमीटर के हिसाब से लिया जाएगा। हालांकि कंपनी ने शुरुआती एक साल तक विंडसर के लिए बिल्कुल मुफ्त सार्वजनिक चार्जिंग रखी है। इसके साथ ही कंपनी इसके लिए तयशुदा बायबैक योजना लाई है और जब तक कार चलाई जाएगी तब तक बैटरी की वारंटी भी रहेगी।
विंडसर 4.29 मीटर लंबी क्रॉसओवर एसयूवी है, जो टाटा मोटर्स द्वारा हाल ही में पेश की गई 4.31 मीटर लंबी कर्व इलेक्ट्रिक एसयूवी की तरह ही है। मगर कर्व ईवी की कीमत 17.49 लाख रुपये (एक्स शोरूम) है।
जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर इंडिया के निदेशक पार्थ जिंदल ने इशारा किया कि वह भारत में छोटी कंपनी बनकर संतुष्ट नहीं रहेंगे और इलेक्ट्रिक कार बाजार में हलचल मचाने के लिए ही इतनी सस्ती और कई फायदों वाली इलेक्ट्रिक कार पेश की गई है।
उन्होंने कहा, ‘भारत में 10 लाख रुपये तक कीमत की कार ज्यादा बिक रही हैं। हम कुछ नया करना चाहते हैं, हम देश में ईवी की पैठ बढ़ाना चाहते हैं। एमजी का यही मकसद है। हमें नहीं लगता कि महंगी गाड़ियां लाकर हम ऐसा कर पाएंगे। हमें 9 से 11 लाख रुपये की गाड़ी लानी होगी। ज्यादा गाड़ियां इसी कीमत की बिकती हैं, इसलिए हम यह गाड़ी लाए हैं।’
पार्थ ने कहा, ‘अगर महीने में केवल 1,000-1,500 कार बेचनी हैं तो महंगी कार ला सकते हैं। मगर हमें यह नहीं चाहिए। हम 9 लाख रुपये की पेट्रोल-डीजल कारों से टक्कर लेना चाहते हैं और हर महीने उनके जितनी कार ही बेचना चाहते हैं। हम 1.8 से 2 फीसदी बाजार हिस्सेदारी वाली कंपनी बनकर नहीं रहना चाहते। हम नहीं चाहते कि गाड़ियों की सालाना बिक्री में ईवी की हिस्सेदारी केवल 2 फीसदी हो। हमें ऐसे अनूठे काम करने हो होंगे वरना भारतीय उपभोक्ता कभी ईवी नहीं खरीदेगा।’
कार की ऊंची कीमत, बैटरी की चिंता और इलेक्ट्रिक कार की रीसेल वैल्यू की फिक्र ग्राहकों को सबसे ज्यादा होती है। इसे दूर करने के लिए जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर ने कहा कि विंडसर खरीदने वालों को बैटरी पर लाइफटाइम वारंटी मिलेगी यानी जब तक कार चलेगी तब तक बैटरी की वारंटी भी रहेगी।
साथ ही तीन साल के बाद विंडसर 60 फीसदी कीमत पर वापस खरीद ली जाएगी। लेकिन इसके लिए ग्राहक को गाड़ी खरीदते समय तीन साल का सालाना मेंटनेस पैकेज लेना होगा। कंपनी तीन साल तक रोडसाइड असिस्टेंस और सर्विस भी बिल्कुल मुफ्त देगी।
जेएसडब्ल्यू समूह ने मार्च में एमजी मोटर में 35 फीसदी हिस्सेदारी खरीदी थी। उसके बाद कंपनी की यह पहली कार है। पार्थ ने कहा कि विंडसर मुंबई, चेन्नई, दिल्ली, कोलकाता और हैदराबाद जैसे महानगरों तक ही सिमटकर नहीं रहेगी। कंपनी इसे मझोले और छोटे शहरों तक भी ले जाना चाहती है। जेडएस और कॉमेट के बाद विंडसर जेएसडब्ल्यू एमजी मोटर की तीसरी इलेक्ट्रिक कार है।
पार्थ ने समझाया कि पेट्रोल-डीजल से चलने वाली 9 लाख रुपये तक की कॉम्पैक्ट कार विंडसर से महंगी कैसे पड़ रही हैं। उन्होंने कहा, ‘नौ लाख रुपये की कार के लिए अभी हर महीने करीब 25,000 रुपये बतौर ईएमआई देने पड़ते हैं। इन गाड़ियों में औसतन 12 किमी प्रति लीटर माइलेज है यानी हर किलोमीटर के लिए 8 रुपये खर्च करने होते हैं। कार 1,500 किलोमीटर चलेगी तो महीने में आप 12,000 रुपये ईंधन पर खर्च करेंगे।
इसके अलावा तेल बदलने, सर्विसिंग पर भी हर महीने आपके करीब 1,000 रुपये खर्च हो जाते हैं। इसलिए 9 लाख रुपये की पेट्रोल-डीजल कार पर आपको हर महीने करीब 38,000 रुपये खर्च करने पड़ते हैं।’
पार्थ ने कहा कि 9.99 लाख रुपये से शुरू होने वाली विंडसर खरीदने पर ग्राहक को करीब 29,500 रुपये (बैटरी के बिना) की ईएमआई हर महीने चुकानी होगी। चूंकि बैटरी की कीमत प्रति किमी 3.5 रुपये है और आप 1 रुपये प्रति किमी चार्जिंग के लिए देते हैं तो आप ईंधन पर 4.5 रुपये प्रति किलोमीटर खर्च करते हैं।