Aneesha Menon, Executive Director and CFO of CarTrade
पिछले साल ओएलएक्स इंडिया (OLX India) के अधिग्रहण के बाद देश के प्रमुख वाहन पोर्टल कारट्रेड का लक्ष्य आने वाली तिमाहियों में 20 से 30 प्रतिशत लाभ वृद्धि का रुझान जारी रखना है। कारट्रेड की कार्यकारी निदेशक और मुख्य वित्तीय अधिकारी (सीएफओ) अनीशा मेनन ने अंजलि सिंह के साथ साक्षात्कार में वाहन पोर्टल क्षेत्र में अग्रणी स्थिति बनाए रखने, आगामी तिमाहियों में अनुमानित वृद्धि और अधिग्रहण के बाद लाभ के बारे में कंपनी की राह के बारे में बात की। प्रमुख अंश …
उपभोक्ता वाहन पोर्टल, पुरानी कार के क्लासीफाइड और वाहन नीलामी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में हमारी अग्रणी स्थिति है। उपभोक्ता समूह में हमारा दबदबा बेमिसाल है, खास तौर पर वाहन पोर्टल श्रेणी में। हमारे पास मजबूत ब्रांड रिकॉल वैल्यू है, क्योंकि हमने पिछले आठ साल के दौरान कारवाले, बाइकवाले, एड्रोइट ऑटो और श्रीराम ऑटोमॉल जैसे कई ब्रांडों का अधिग्रहण किया है। इनमें से सबसे नवीनतम ओएलएक्स है, जो पिछले साल पूरा किया गया था। ओएलएक्स के अधिग्रहण से हमें हर महीने करीब तीन करोड़ सक्रिय उपयोगकर्ता जोड़ने में मदद मिली है, जिससे कुल मासिक सक्रिय उपयोगकर्ता सात करोड़ हो गए हैं।
हालांकि हम कभी भी अपने आंकड़ों का सार्वजनिक खुलासा नहीं करते हैं, लेकिन ऐतिहासिक रूप में हमारी वृद्धि 20 से 30 प्रतिशत के बीच रही है। यह ऐसा रुझान है जिसे हम जारी रखना चाहते हैं। हमारा ध्यान लाभ वृद्धि और हमारे हालिया प्रदर्शन पर बना हुआ है, जिसमें दिसंबर में हासिल 48 प्रतिशत राजस्व वृद्धि शामिल है। इसके परिणामस्वरूप निरंतर परिचालन में करीब 22 करोड़ का करोपरांत लाभ हुआ है।
ओएलएक्स के अधिग्रहण के कारण तीसरी तिमाही में कारट्रेड के कुल राजस्व में 45 प्रतिशत की वृद्धि हुई। फिलहाल कारट्रेड की तीन कारोबारी श्रेणियों (कारट्रेड, श्रीराम ऑटोमॉल और ओएलएक्स) में से हर श्रेणी कुल राजस्व में मोटे तौर पर समान योगदान दे रही हैं जिसमें ओएलएक्स की करीब 31 प्रतिशत हिस्सेदारी है। अधिग्रहण से पहले तिमाही आधार पर कारट्रेड का लाभ 19 करोड़ रुपये था।
कंपनी पर कोई कर्ज नहीं है। हम शून्य ऋण वाली कंपनी रहे हैं। इसके अलावा आईपीओ के दौरान हमने कोई प्राथमिक पूंजी नहीं जुटाई थी। यह 100 प्रतिशत द्वितीयक (बिक्री के लिए पेशकश) थी। अधिग्रहण से पहले हमारे पास 1,100 करोड़ रुपये की नकदी थी जिसका उपयोग हमने इस अधिग्रहण के लिए किया।
हमारे सभी मौजूदा कारोबार लाभ में हैं और कार्यशील पूंजीगत जरूरत के लिए रकम जुटाने के लिहाज से निवेश की आवश्यकता नहीं है। साथ ही ये सभी कारोबार एसेट-लाइट हैं और इन्हें भारी पूंजीगत व्यय या अन्य निवेश की जरूरत नहीं है। ओएलएक्स के अधिग्रहण के बाद भी हमारे पास अब भी बैंक में 719 करोड़ रुपये नकद हैं।
हमने साल 2023 में देश के प्रमुख क्लासीफाइड प्लेटफॉर्म ओएलएक्स इंडिया का अधिग्रहण किया था। ओएलएक्स डॉट इन ब्रांड में हमारी खास तौर पर दिलचस्पी थी। हालांकि इस सौदे में पुरानी कारों की खरीद-फरोख्त वाला कारोबार ओएलएक्स ऑटोज भी शामिल था, जो घाटे में चल रहा था। लाभ वृद्धि पर अपने ध्यान की वजह से हमने त्वरित विश्लेषण के बाद ओएलएक्स ऑटो बंद करने का निर्णय लिया।