देश में एंट्री लेवल (110 से 125 सीसी) की बाइक ने वित्त वर्ष 2025 में 12.7 फीसदी की छलांग लगाई है, जिससे बिकने वाली कुल बाइक की संख्या 36 लाख हो गई। विश्लेषकों को उम्मीद है कि ग्रामीण क्षेत्रों में हौसला बढ़ने और भारतीय रिजर्व बैंक की ब्याज दर कटौती से यह रफ्तार बनाए रखने में मदद मिलेगी।
साल के दौरान मोटरसाइकल की कुल बिक्री में 5.1 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई जो एंट्री लेवल बाइक श्रेणी से काफी कम है। 2023-24 में जितनी मोटरसाइकल बिकी थीं, उनमें 27.4 फीसदी इसी श्रेणी से थीं। पिछले वित्त वर्ष में उनकी संख्या बढ़कर 29.4 फीसदी हो गई। इससे पता चलता है कि एंट्री लेवल की बाइक को भारतीय ग्राहक कितना अधिक पसंद कर रहे हैं।
वाहन डीलरों के संगठन फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशंस (फाडा) के अध्यक्ष सीएस विज्ञेश्वर ने कहा कि देहात में बेहतर हौसले, अनुकूल मॉनसून की उम्मीद और रिजर्व बैंक द्वारा हाल में की गई ब्याज दर में कटौती से बिक्री रफ्तार को बनाए रखने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘एंट्री लेवल की बाइक के खरीदारों की नजर कर्ज की ब्याज दर पर बहुत रहती है। मौद्रिक समिति का रुख नरम होने से दोपहिया वाहन के लिए कर्ज पर ब्याज घटेगा और मासिक किस्त कम होने से मांग को बढ़ावा मिलेगा।’ उन्होंने कहा कि मोटरसाइकल की कुल बिक्री में 125 सीसी से नीचे की श्रेणी का योगदान 29 फीसदी है और बिकने वाले कुल दोपहिया वाहनों की संख्या में उसकी हिस्सेदारी 18 फीसदी है।
विश्लेषकों का कहना है कि कुल बिकी मोटरसाइकलों की संख्या देखी जाए तो अब भी सबसे ज्यादा बाइकल 125 सीसी से कम इंजन वाली ही बिकती हैं। मगर अधिक सीसी वाली बाइक की बढ़ती मांग के कारण इसका दायरा तेजी से कम हो रहा है।
परामर्श फर्म प्राइमस पार्टनर्स के उपाध्यक्ष निखिल ढाका जैसे उद्योग विशेषज्ञों का मानना है कि यह श्रेणी प्रासंगिक बनी रहेगी। उन्होंने कहा, ‘भले ही 125 सीसी से ऊपर की श्रेणी के मुकाबले वृद्धि कम हो जाए लेकिन नए मॉडल आने और ग्रामीण धारणा में सुधार से उसकी रफ्तार बनी रहेगी।’
दोपहिया वाहन बाजार 2026 तक कोविड पूर्व स्तर के पार पहुंच सकता है। उम्मीद की जा रही है कि उसमें संख्या के लिहाज से 8 से 9 फीसदी वृद्धि दिखेगी, जिसे मुख्य तौर पर 110 से 125 सीसी बाइक श्रेणी से रफ्तार मिलेगी। एंट्री लेवल बाइक की श्रेणी में 90 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ हीरो मोटोकॉर्प का दबदबा बना हुआ है। मगर उसे 125 सीसी श्रेणी में भी काफी फायदा हुआ है। एंट्री लेवल (100 सीसी) में 90 फीसदी बाजार हिस्सेदारी के साथ वर्चस्व रखने वाली हीरो मोटोकॉर्प ने 125 सीसी श्रेणी में भी बाजार बढ़ाया है। कंपनी ने करीब 3 लाख एक्सट्रीम 125आर की बिक्री दर्ज की है। इससे उसे वित्त वर्ष 2025 में इस श्रेणी में उसकी बाजार हिस्सेदारी 2.5 फीसदी बढ़ी है।
अधिकारी (इंडिया बीयू) आशुतोष वर्मा ने कहा, ‘एक्सट्रीम 125आर की सफलता के कारण हमें 125 सीसी श्रेणी में काफी फायदा हुआ है।’ उन्होंने कहा कि उत्पादों को अपग्रेड कर, मार्केटिंग और डिजिटल फाइनैंस के विकल्प बढ़ाकर बिक्री की रफ्तार बनाए रखी जाएगी। हीरो मोटोकॉर्प वित्त वर्ष 2025 में कुल 59 लाख वाहन बेचकर सबसे आगे रही।
टीवीएस मोटर कंपनी भी अपनी 125 सीसी बाइक रेडर के बल पर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही है। टीवीएस मोटर कंपनी के सीईओ और निदेशक केएन राधाकृष्णन ने कहा, ‘रेडर का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है और इसे दुनिया भर में लोकप्रियता मिल रही है।’
बजाज ऑटो ने संकेत दिया है कि वह 125 सीसी श्रेणी में कम कीमत वाली बाइक लाने की योजना बना रही है। बजाज ऑटो के कार्यकारी निदेशक राकेश शर्मा ने वित्तीय नतीजे के बाद कहा था, ‘वित्त वर्ष 2023 में हमारी 125 सीसी श्रेणी में करीब 21 फीसदी बाजार हिस्सेदारी थी, जो 2024 में 26 फीसदी हो गया। मगर वित्त वर्ष 2025 में हम 24 फीसदी पर हैं और अब इसे रफ्तार देने की कोशिश कर रहे हैं।’