चेन्नई के निकट हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड (एचएमआईएल) का कारखाना कोरिया की दिग्गज – हुंडई मोटर कंपनी (एचएमसी) के लिए दूसरे सबसे बड़े उत्पादन केंद्र के रूप में उभरकर सामने आया है। इस कारखाने ने वर्ष 2019 के दौरान एचएमसी के चीनी कारखाने को भी पछाड़ दिया है। दुनिया भर में एचएमसी के आठ कारखाने हैं जिनमें से एक इंडोनेशिया में निर्माणाधीन है।
निवेशकों को दी गई एचएमसी की हालिया रिपोर्ट से पता चलता है कि वर्ष 2019 के दौरान भारत के कारखाने ने 6,96,000 इकाइयों की स्थापित क्षमता के साथ 6,82,000 इकाइयों का उत्पादन किया है, दूसरी ओर चीन (बीजिंग हुंडई मोटर कंपनी) ने पिछले साल 13.5 लाख इकाइयों की स्थापित क्षमता के साथ 6,58,000 इकाइयों का उत्पादन किया था। जहां एक ओर भारत में क्षमता उपयोग लगभग 97 प्रतिशत रहा, दूसरी ओर चीन में यह केवल आधा था।
चेन्नई के पास स्थित इरुनकुटोट्टाई में एचएमआईएल के कारखाने में क्रेटा, वेन्यू, निओस, ऑरा, आई-20 आदि का उत्पादन किया गया है, जबकि चीन के कारखाने में कंपनी ने इलांत्रा, मिस्ट्रा, ला फेस्टा, आईएक्स-25, आईएक्स-35 आदि का उत्पादन किया गया है। एचएमसी ने पूर्वानुमान जताया है कि वर्ष 2020 के दौरान वैश्विक वाहन उद्योग में 20 प्रतिशत की गिरावट आएगी। कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि दूसरी छमाही के दौरान अनिश्चितताओं को ध्यान में रखते हुए वह वर्ष 2020 की कारोबारी योजना में आधिकारिक रूप से संशोधन नहीं किया जाएगा।
भारत के लिए एचएमआईएल ने वर्ष 2020 के दौरान 5,25,000 इकाइयों की थोक बिक्री का अनुमान लगाया है, जबकि वर्ष 2019 के दौरान यह आंकड़ा 5,10,000 इकाई था। इस तरह इसमें 2.9 प्रतिशत की वृद्धि की गई है। वहीं दूसरी ओर चीन के लिए यह अनुमान 12.3 प्रतिशत इजाफे के साथ 7,30,000 इकाई था, जबकि वर्र्ष 2019 में 6,50,000 इकाइयों का अनुमान जताया गया था।
एचएमआईएल के घरेलू और निर्यात संस्करणों को एक साथ मिलाकर 2019 में 691,460 यूनिट (510,260 घरेलू और 181,200 निर्यात) की बिक्री हुई।
जब कोरिया के बाद बाजार हिस्सेदारी की बात आती है, तो हुंडई को 2019 में 17.3 प्रतिशत की महत्वपूर्ण हिस्सेदारी प्राप्त है, जबकि चीन में हुंडई को केवल 2.4 प्रतिशत मिला। एचएमसी की कुल बिक्री में भारत का हिस्सा 11.5 प्रतिशत था। वर्ष 2019 के दौरान एचएमआईएल कंपनी का निर्यात और घरेलू बिक्री संयुक्त रूप से 6,91,460 इकाई (510,260 घरेलू बिक्री और 1,81,200 इकाइयों का निर्यात) थी।
अगर बाजार हिस्सेदारी की बात करें, तो कोरिया के बाद वर्ष 2019 में हुंडई को 17.3 प्रतिशत के साथ बड़ी हिस्सेदारी मिली है, जबकि चीन में कंपनी को केवल 2.4 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी ही मिल पाई है। एचएमसी की कुल बिक्री में भारत का योगदान 11.5 प्रतिशत रहा है।