ह्युंडै मोटर इंडिया (Hyundai Motor India) ने गुरुवार को कहा कि वह वर्ष 2030 तक पांच नए इलेक्ट्रिक वाहन (EV) पेश करेगी। कंपनी ने स्थानीय रूप से तैयार अपनी योजनाओं को दो साल पहले कर दिया है।
चेन्नई संयंत्र में 2024 के अंत तक कंपनी का पहला इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन तैयार हो जाएगा। कंपनी ने शुरू में वर्ष 2032 तक पांच ईवी पेश करने की योजना बनाई थी।
ह्युंडै इंडिया और किया (KIA) ने हाल में ईवी के लिए बैटरियों के स्थानीय उत्पादन को ध्यान में रखते हुए एक्साइड एनर्जी सॉल्युशंस के साथ समझौता किया है।
ह्युंडै इंडिया ईवी चार्जिंग स्टेशनों की संख्या वर्ष 2030 तक बढ़ाकर 485 करने के लिए अपने सेल्स हब का इस्तेमाल करेगी। कंपनी ने इन योजनाओं की घोषणा ह्युंडै मोटर ग्रुप के कार्यकारी चेयरमैन इयुसन चंग की भारत यात्रा के हिस्से के रूप में की थी। चंग ने ह्युंडै मोटर इंडिया के कर्मचारियों के साथ अपनी पहली विदेशी टाउन हॉल बैठक को संबोधित किया।
उन्होंने कहा, ‘वर्ष 2030 तक हमें ईवी बाजार में बड़ी तेजी आने का अनुमान है। इस तेजी की उम्मीद में ह्युंडै ने एक प्रतिष्ठित वैश्विक ईवी ब्रांड के तौर पर पहचान हासिल करने के मकसद से स्थानीय रूप से अनुकूल ईवी तैयार करने पर जोर दिया है। हमने प्रमुख स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन (डीलरशिप समेत) लगाने की भी योजना बनाई है, जिससे कि ईवी के इस्तेमाल को सुगम बनाया जा सके।’
ह्युंडै समूह की स्वतंत्र कंपनी किया इंडिया वर्ष 2025 में स्थानीय बाजार के लिए अपने ईवी वाहन का उत्पादन का शुरू करेगी और फिर इसका विस्तार करेगी। कंपनी ईवी चार्जिंग इन्फ्रास्ट्रक्चर तैयार करने पर भी ध्यान देगी।
चंग ने कहा, ‘भारत वैश्विक रूप से तेजी से बढ़ रही अर्थव्यवस्थाओं में शुमार है और जैसे-जैसे यह वृद्धि जारी रहेगी, ह्युंडै मोटर इंडिया का महत्व और भी बढ़ेगा। अपनी मजबूत साख और भारत में प्रतिस्पर्धी गुणवत्ता का लाभ उठाकर हम पड़ोसी देशों में निर्यात बढ़ाने पर जोर देंगे।’
कोरियाई समूह ह्युंडै मोटर इंडिया और किया इंडिया के लिए संयुक्त रूप से 15 लाख वाहनों की सालाना उत्पादन प्रणाली स्थापित कर भारत में अपनी क्षंमता बढ़ा रहा है। समूह अपनी ईवी रेंज का विस्तार करेगा और ग्राहकों की संख्या बढ़ाने और चार्जिंग बुनियादी ढांचे का विस्तार करने के लिए मजबूत तंत्र तैयार करेगा।
ह्युंडै इंडिया वर्ष 2025 की दूसरी छमाही में पुणे संयंत्र में परिचालन शुरू कर देगी। यह संयंत्र उसने पिछले साल जनरल मोटर्स से खरीदा था। कंपनी इस समय हर साल 200,000 वाहन तैयार करने में सक्षम बनने के लिए संयंत्र में सुधार कर रही है। वह नवीनतम निर्माण तकनीक और प्रणालियों का इस्तेमाल कर रही है।