इलेक्ट्रिक दोपहिया बाजार चूंकि रफ्तार पकड़ रहा है। इसलिए विनिर्माता साइबर सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलू पर तेजी से ध्यान दे रहे हैं। हैकर्स द्वारा वाहनों और संवेदनशील आंकड़ों तक अनधिकृत पहुंच हासिल करने की आशंका की वजह से एथर एनर्जी, ओला इलेक्ट्रिक, कबीरा मोबिलिटी (Kabira Mobility) और जीटी फोर्स (GT Force) जैसी कंपनियां अपने वाहनों और ग्राहक जानकारी की सुरक्षा के लिए कदम उठा रही हैं।
एथर एनर्जी ने आईपीओ के अपने हालिया मसौदा दस्तावेज (डीआरएचपी) में साइबर सुरक्षा उल्लंघनों से जुड़े संभावित जोखिमों पर प्रकाश डाला है। कंपनी ने अपनी प्रणाली तक अनधिकृत पहुंच की संभावना को स्वीकार किया है, जिससे गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं। इनमें कानूनी दावों, ब्रांड को नुकसान और संचालन में व्यवधान भी शामिल हैं। इन जोखिमों को कम करने के लिए एथर एनर्जी ने सुरक्षा उपायों को लागू किया है और संदेहास्पद चीजों के लिए अपने नेटवर्क की लगातार निगरानी कर रही है।
ई-दोपहिया बाजार की अन्य प्रमुख कंपनी ओला इलेक्ट्रिक ने भी आईपीओ के अपने मसौदा दस्तावेज में साइबर सुरक्षा चिंताओं पर ध्यान दिया है। कंपनी ने साइबर हमलों से होने वाले संभावित नुकसान के बचाव के लिए बीमा पॉलिसियों में निवेश किया है, लेकिन वह मानती है कि ऐसी सुरक्षा शायद सभी मामलों के लिए पर्याप्त न हो। कंपनी ने बिना बीमा वाली ऐसी देनदारियों के जोखिम को स्वीकार किया है, जो इसकी वित्तीय स्थिति और परिचालन स्थिरता को प्रभावित कर सकती हैं।
इस बारे में प्राइमस पार्टनर्स के प्रबंध निदेशक अनुराग सिंह ने कहा, ‘वाहनों के इलेक्ट्रॉनिक्स और सॉफ्टवेयर घटक तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे इंजन प्रबंधन, एडीएएस और स्वचालित परिचालन जैसी सुविधाएं बढ़ रही हैं। हालांकि इससे ज्यादा सुविधा मिलती है, लेकिन साइबर सुरक्षा की बड़ी चिंता भी पैदा होती है। दोपहिया वाहन विनिर्माताओं को अपने वाहनों और ग्राहक डेटा की सुरक्षा के लिए हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सुरक्षा उपायों को प्राथमिकता देने की जरूरत है।’
एक अन्य इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माता कबीरा मोबिलिटी हर महीने तकरीबन 500 से 600 गाड़ियां बेचती है। वह भी अपने ई-दोपहिया वाहनों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठा रही है। कंपनी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों सुरक्षा उपायों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
कबीरा मोबिलिटी के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी आकाश सिवाच ने कहा, ‘हार्डवेयर स्तर पर हमने अपने ई-दोपहिया में छेड़छाड़-रोधी हार्डवेयर सिक्योरिटी मॉड्यूल (एचएसएम) जैसे फीचर को एकीकृत किया है, ताकि यूनिक डिवाइस आइडेंटिफिकेशन के लिए फिजिकल अनक्लोनेबल फंक्शन (पीयूएफ) का इस्तेमाल करते हुए संवेदनशील आंकड़ों की सुरक्षा की जा सके। हम वाहन के सॉफ्टवेयर की विश्वसनीयता सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षित बूट प्रक्रियाएं भी लागू कर रहे हैं।
एक अन्य ई-दोपहिया विनिर्माता जीटीफोर्स हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर समाधानों के संयोजन के जरिये सुरक्षा को प्राथमिकता दे रही है। कंपनी के वाहनों में उन्नत बैटरी मैनेजमेंट सिस्टम (बीएफएस), ताप और अग्निरोधी सामग्री तथा महत्वपूर्ण हिस्सों को पानी से बचाने की सुविधा है।