facebookmetapixel
पोर्टफोलियो को चट्टान जैसी मजबूती देगा ये Cement Stock! Q2 में 268% उछला मुनाफा, ब्रोकरेज ने बढ़ाया टारगेट प्राइससरकार फिस्कल डेफिसिट के लक्ष्य को हासिल करेगी, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जताया भरोसाBilaspur Train Accident: बिलासपुर में पैसेंजर ट्रेन-मालगाड़ी से भिड़ी, 4 की मौत; ₹10 लाख के मुआवजे का ऐलानAlgo और HFT ट्रेडिंग का चलन बढ़ा, सेबी चीफ ने मजबूत रिस्क कंट्रोल की जरूरत पर दिया जोरमहाराष्ट्र में 2 दिसंबर को होगा नगर परिषद और नगर पंचायत का मतदानउत्तर प्रदेश में समय से शुरू हुआ गन्ना पेराई सत्र, किसानों को राहत की उम्मीदछत्तीसगढ़ के किसान और निर्यातकों को मिली अंतरराष्ट्रीय पहचान, फोर्टिफाइड राइस कर्नल का किया पहली बार निर्यातBihar Elections: दूसरे चरण में 43% उम्मीदवार करोड़पति, एक तिहाई पर आपराधिक मामले; जेडीयू और कांग्रेस भाजपा से आगेIndiGo Q2FY26 results: घाटा बढ़कर ₹2,582 करोड़ पर पहुंचा, रेवेन्यू 9.3% बढ़ाNFO Alert: फ्रैंकलिन टेंपलटन ने उतारा नया मल्टी फैक्टर फंड, ₹500 की SIP से निवेश शुरू; किसे लगाना चाहिए पैसा

Bharat Mobility Global Expo 2025: आयात निर्भरता घटाए वाहन कलपुर्जा उद्योग- पीयूष गोयल

मंत्री ने कहा कि भारत में कुछ कंपनियां जो अभी भी वाहन कलपुर्जों का आयात कर रही हैं, वे प्रतिस्पर्धा से बाहर हो जाएंगी।

Last Updated- January 17, 2025 | 10:35 PM IST
Piyush Goyal

वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि वाहन कलपुर्जा उद्योग को मशीनों का विनिर्माण शुरू करने और विदेशों पर आयात निर्भरता घटाने पर जोर देना चाहिए। गोयल ने भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 कम्पोनेंट्स शो में कहा, ‘हमें अन्य देशों पर क्यों निर्भर रहना चाहिए, खासकर उन देशों पर जिनकी अर्थव्यवस्थाएं बाजार वाली नहीं हैं या जिनके आर्थिक तैर-तरीके पारदर्शी नहीं हैं। हमें अपने उद्योग के लिए आवश्यक उपकरणों, मशीनरी के लिए उन पर क्यों निर्भर रहना चाहिए।’

मंत्री ने कहा कि भारत में कुछ कंपनियां जो अभी भी वाहन कलपुर्जों का आयात कर रही हैं, वे प्रतिस्पर्धा से बाहर हो जाएंगी, क्योंकि घरेलू उत्पाद विदेशी उत्पादों की तुलना में अधिक प्रतिस्पर्धी हैं।

उन्होंने उद्योग से ​स्विटजरलैंड के साथ भागीदारी पर विचार करने को भी कहा क्योंकि उस देश की विशेषज्ञता मशीनों के निर्माण में है। ​मंत्री ने कहा, ‘इनमें से कई भारत में निवेश करना चाहती हैं क्योंकि उन्होंने प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के तौर पर 100 अरब डॉलर की निवेश प्रतिबद्धताएं जताई हैं।’

पिछले साल भारत-यूरोपीय मुक्त व्यापार संघ (ईएफटीए) मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के तहत ईएफटीए देशों ने इस समझौते के प्रभावी होने के 10 वर्षों के अंदर 50 अरब डॉलर के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। इसके बाद अगले पांच वर्षों में 50 अरब डॉलर का अतिरिक्त निवेश किया जाएगा। इस समूह में आइसलैंड, स्विटजरलैंड, नॉर्वे और लिकटेंस्टीन शामिल हैं।

मंत्री ने उद्योग से इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए कलपुर्जों का उत्पादन बढ़ाने को कहा क्योंकि इसमें व्यापक अवसर मौजूद हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा मानना ​​है कि यह सही समय है कि हम पांच साल की कार्य योजना बनाएं कि किस तरह हम इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर बढ़ेंगे और वर्ष 2030 तक दुनिया को दिखाएं कि भारत ऐसा देश है जो जब कुछ ठान लेता है तो उसे हासिल करता है।’ उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहनों से तापमान परिवर्तन से जुड़ी चुनौतियां दूर होंगी, प्रदूषण घटेगा, आयातित कच्चे तेल पर भारत की निर्भरता कम होगी।

First Published - January 17, 2025 | 10:35 PM IST

संबंधित पोस्ट