अशोक लीलैंड के मध्यम एवं भारी वाणिज्यिक वाहन (एमऐंडएचसीवी) बिक्री में सुधार की प्रमुख लाभार्थी बनने की संभावना है। वाहन क्षेत्र में गिरावट, इस सेगमेंट के खराब प्रदर्शन के दो साल बाद अब इसमें तेज सुधार की उम्मीद दिख रही है। कुछ सुधार सूचीबद्घ क्षेत्र में वाणिज्यिक वाहन निर्माता के ताजा बिक्री आंकड़ों में दिखा है।
घरेलू एमऐंडएचसीवी के लिए उसकी वित्त वर्ष 2021 की बिक्री भी अब तक 60 प्रतिशत नीचे बनी हुई है, हालांकि नवंबर में कंपनी ने इसमें 23 प्रतिशत की वृद्घि दर्ज की। बिक्री में इस सेक्टर की एक अंक की गिरावट के बाद, एमके रिसर्च के विश्लेषकों को मार्च तिमाही में 24 प्रतिशत की सालाना वृद्घि का अनुमान है।
एमऐंडएचसीवी के अलावा, विश्लेषकों का मानना है कि इस शेयर के लिए अतिरिक्त राहत हल्के वाणिज्यिक वाहनों की बिक्री में आई तेजी, राजस्व में निर्यात योगदान मौजूदा 10 प्रतिशत से बढ़कर अगले पांच साल में दोगुना हो जाने और कलपुर्जा, रक्षा तथा इंजन क्षेत्रों से राजस्व वृद्घि से मिलने की संभावना है।
मजबूत राजस्व और परिचालन दक्षता से भी अगले दो साल (वित्त वर्ष 2021 के एक अंक की वृद्घि के अनुमानों से) के दौरान परिचालन मुनाफा मार्जिन दोगुना हो जाने की संभावना है।
हालांकि मुख्य कारक टक बिक्री में तेजी है। कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज के विश्लेषकों को वित्त वर्ष 2022 से बिक्री सुधरने की उम्मीद है। माल ढुलाई मांग में तेजी, मजबूत रीप्लेसमेंट मांग और कम आधार की वजह से बिक्री में सुधार आने का अनुमान है। उपभोक्ता, वाहन, फार्मा और अन्य सेगमेंटों में शानदार तेजी की वजह से माल और यात्रियों की अंतरराज्यीय आवाजाही में वृद्घि के अलावा, बुनियादी ढांचा खर्च में सुधार भी ट्रक सगमेंट के लिए सकारात्मक है।
एमके रिसर्च के रघुनंदन एन एल और मुमुक्ष मंडलेशा का कहना है, ‘इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण पर ध्यान और उत्पादन संबंधित प्रोत्साहन पर सरकारी नीतियों से निवेश चक्र सुधर सकता है और वित्त वर्ष 2022 में पूंजी निर्माण की वृद्घि तेज हो सकती है। ऐतिहासिक तौर पर, पूंजी निर्माण का एमएचसीवी बिक्री के साथ सह-संबंध है।’ मजबूत इन्फ्रास्ट्रक्चर खर्च से टिपर की बिक्री में तेजी आने की संभावना है जिसका एमऐंडएचसीवी बिक्री में 20 प्रतिशत योगदान है। सरकार द्वारा किसी तरह की स्क्रेपेज पॉलिसी से रीप्लेसमेंट मांग बढ़ सकती है और संपूर्ण बिक्री में सुधार आ सकता है।
देश की दूसरी सबसे बड़ी ट्रक निर्माता के लिए बाजार भागीदारी बिक्री वृद्घि के अनुरूप रह सकती है, क्योंकि ज्यादा टन भार वाले वाहनों का योगदान अच्छी मांग वृद्घि दर्ज करेगा। कंपनी के एमऐंडएचसीवी की बाजार भागीदारी लॉकडाउन संबंधित सख्ती से प्रभावित हुई थी और यह जून तिमाही के 16.5 प्रतिशत से सुारकर सितंबर तिमाही में 28.5 प्रतिशत दर्ज की गई है। 25 टन क्षमता से बड़े ट्रकों में मजबूत उपस्थिति और नए एवीटीआर मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म से बिक्री बढऩे की संभावना है। वित्त वर्ष 2020 में 32 प्रतिशत भागीदारी के साथ कंपनी को वित्त वर्ष 2023 तक इसमें 200 आधार अंक का इजाफा होने की संभावना है।
जहां डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) की शुरुआत ट्रक निर्माताओं के लिए एकमात्र सबसे बड़ा जोखिम ना हुआ है, वहीं ब्रोकरों का मानना है कि माल ढुलाई के संभावित बदलाव के संबंध में डीएफसी का अनुमान अनुकूल है और रेलवे सस्ता परिवहन होने के बावजूद सड़क के जरिये ढुलाई की वजह से अपनी भागीदारी गंवा रहा है।
हालांकि यह शेयर पिछले तीन महीनों के दौरान 42 प्रतिशत से ज्यादा चढ़ा, लेकिन विश्लेषकों का मानना है कि इन स्तरों से और ज्यादा तेजी की गुंजाइश बनी हुई है। एक ताजा रिपोर्ट में, नोमुरा रिसर्च के विश्लेषकों ने कहा था कि परिचालन लाभ के मुकाबले वित्त वर्ष 2023 की उद्यम वैल्यू के 11 गुना पर मौजूदा मूल्यांकन परिचालन लाभ में अच्छी तेजी और मार्जिन में दो अंकों के सुधार की उम्मीद को देखते हुए आकर्षक है।