भारत में रिकवरी को पटरी से उतार सकती है कोविड की दूसरी लहर
रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड ऐंड पुअर्स ने कहा है कि कोविड की दूसरी लहर भारत की मजबूत आर्थिक रिकवरी को पटरी से उतार सकती है और इसे क्रेडिट रेटिंग बिगड़ सकती है। नई परिस्थितियों में आर्थिक विस्तार 1.2 प्रतिशत प्रभावित हो सकता है, जिससे मार्च 2022 को समाप्त होने वाले वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद […]
‘कोविड-19 की दूसरी लहर से आर्थिक रिकवरी को खतरा’
वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज के मुताबिक कोरोनावायरस (कोविड-19) संक्रमण की दूसरी लहर भारत की आर्थिक रिकवरी के लिए खतरा है। संक्रमण में मौजूदा तेजी से वृद्धि के अनुमानों को खतरा है, क्योंकि वायरस प्रबंधन के कदमों के तहत आर्थिक गतिविधियों में अवरोध आ सकता है और इससे बाजार व ग्राहकों की धारणा प्रभावित हो सकती […]
वित्त आयोग की हकीकत भरी अनुशंसाएं
पंद्रहवें वित्त आयोग की रिपोर्ट समग्र होने के साथ विश्लेषणपरक भी है। उस समय इसका स्वागत होना चाहिए जब भारत सरकार की तरफ से गुणवत्तापूर्ण आर्थिक विश्लेषण बहुत कम ही सामने आते हों। काम के लिए निर्धारित संदर्भ बिंदुओं के पूर्वग्रह से ग्रस्त होने के बावजूद आयोग ने उल्लेखनीय काम किया है। केंद्र एवं राज्य […]
जीडीपी और जीवीए क्यों दे रहे आर्थिक रिकवरी के अलग संकेत?
वित्त वर्ष 21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) और सकल मूल्यवर्धन (जीवीए) के आंकड़े आर्थिक रिकवरी के विरोधाभासी संकेत दे रहे हैं। दरअसल इन दोनों आंकड़ों की परिभाषा में अंतर की वजह से ऐसा हो रहा है। उदाहरण के लिए दूसरे अग्रिम अनुमान में वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी में 8 प्रतिशत गिरावट का अनुमान […]
आर्थिक रिकवरी से घटेगा सरकारी बैंकों की चूक का जोखिम : मूडीज
वैश्विक रेटिंग एजेंसी मूडीज ने आज कहा कि भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) की संपत्ति की गुणवत्ता में संभवत: कोविड-19 की वजह से तेज गिरावट नहीं आएगी और इन्हें अगले वित्त वर्ष में संभावित आर्थिक रिकवरी से मदद मिलेगी। बहरहाल बैंकों को पूंजी की कमी का सामना करना पड़ेगा क्योंकि कर्ज की ज्यादा […]