नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक के सैयद अली ने आज यहां रिण पर एक संगोष्ठी मंे कहा कि 2013-14 के लिए कुल प्राथमिकता क्षेत्र रिण अनुमान 66,970 करोड़ रुपये है। इसमंे मुख्य हिस्सेदारी 55 फीसद यानी 36,753 करोड़ रुपये फसली रिण की है।
वहीं कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र :मसलन भूमि विकास, सिंचाई, बागवानी, पशुपालन तथा मछलीपालन: 12 प्रतिशत :8,062 करोड़ रुपये:, एमएसएमई 16 प्रतिशत :10,830 करोड़ रुपये: और अन्य प्राथमिकता क्षेत्र 17 प्रतिशत :11,325 करोड़ रुपये: है।
नाबार्ड ने वित्त वर्ष 2014-15, 2015-16 और 2016-17 के लिए भी संभावित रिण योजना जारी की है, जो क्रमश: 73,137 करोड़ रुपये, 79,647 करोड़ रुपये और 87,132 करोड़ रुपये है।