सात न्यायाधीशों की पूर्ण पीठ ने जम्हूरी पार्टी की याचिका को स्वीकार कर लिया जिसने राष्ट्रपति चुनावों को खारिज करने की मांग की और अपनी पहली सुनवाई कल की ।
स्थानीय मीडिया ने खबर दी कि सुनवाई आज भी जारी रहेगी ।
जम्हूरी पार्टी के उम्मीदवार गासिम इब्राहिम 28 सितम्बर को हुए दूसरे दौर के चुनाव में हार गए थे और उन्होंने मतदाता सूची में अनियमितता के आरोप लगाए हैं और सुप्रीम कोर्ट से पहले दौर के चुनाव खारिज करने की मांग की है ।
व्यवसायी इब्राहिम के दोस्त और पूर्व अटॉर्नी जनरल हसन सईद ने आरोप लगाए कि मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं के नाम शामिल हैं, नामों का दोहराव है और मृतकों के भी नाम शामिल किए गए हैं ।
राष्ट्रपति मोहम्मद वहीद के निकट सहयोगी अटॉर्नी जनरल अजीमा शकूर और प्रोग्रेसिव पार्टी ऑफ मालदीव के वकीलों ने भी उनके सुर में सुर मिलाया है । दूसरे दौर में मुकाबला वहीद और नौशीद के बीच है ।
सात सितम्बर को हुए पहले चरण के चुनाव में वहीद अंतिम स्थान पर रहे और कुल मतों का केवल पांच फीसदी मत उन्हें हासिल हुआ ।