ट्रूकॉलर की वैश्विक स्पैम (अनचाही कॉल) रिपोर्ट 2021 के मुताबिक भारत में इस साल केवल एक स्पैमर ने 20.2 करोड़ से अधिक स्पैम कॉल कीं। इस साल भारत स्पैम कॉल के मामले में पिछले साल 9वें स्थान से बढ़कर चौथे स्थान पर आ गया। इसकी वजह यह है कि बिक्री एवं टेलीमार्केटिंग कॉल में अहम बढ़ोतरी हुई है। इस साल भारत में सभी इनकमिंग कॉल में बिक्री से संबंधित कॉल की सभी श्रेणियों का हिस्सा बढ़कर 93.5 फीसदी हो गया। वित्तीय सेवाओं से संबंधित स्पैम कॉल की हिस्सेदारी 3.1 फीसदी, परेशान करने वाली कॉल की 2 फीसदी और शेष 1.4 फीसदी हिस्सेदारी घोटालेबाजों की रही। भारत में धोखाधड़ी से संबंधित कॉल घटकर 9 फीसदी पर आ गईं, जो पिछले साल 1.4 फीसदी थीं। देश में अब भी कुछ आम धोखाधड़ी केवाईसी और ओटीपी से संबंधित बनी हुई हैं। रिपोर्ट का एक अन्य रोचक पहलू यह है कि देश में सबसे ज्यादा आम धोखाधड़ी केवाईसी (अपने ग्राहक को जानो) धोखाधड़ी बनी हुई है, जिसमें जालसाज खुद को बैंक, वॉलेट या डिजिटल सेवा प्रदाता बताते हैं और वे केवाईसी दस्तावेज मांगते हैं, जिन्हें भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने अनिवार्य बनाया हुआ है। ट्रूकॉलर के आंकड़ों के मुताबिक 2021 में स्पैम से सबसे ज्यादा प्रभावित देश ब्राजील है, जिसके बाद पेरू, यूक्रेन और भारत का स्थान है। इनके बाद स्पैम से अधिक प्रभावित देशों में मैक्सिको, इंडोनेशिया और चिली शामिल हैं। लोग महामारी के दौर से गुजर रहे हैं और देश लॉकडाउन का दूसरा चरण लागू कर रहे हैं। इस साल की रिपोर्ट ने दिखाया है कि महामारी ने न केवल संचार व्यवहार बल्कि दुनिया भर में स्पैम के पैटर्न को भी प्रभावित किया है। इसके अलावा ट्रूकॉलर की बहुत सी यूजर रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में जालसाजों की जालसाजी का आम तरीका किसी बहाने (ओटीपी, ऑनलाइन सेल, लॉटरी) से संदेह नहीं करने वाले लोगों को लुभाना और एक रिमोट एक्सेस ऐप को डाउनलोड कराना होता है। इससे बैंकों, कार्डों या डिजिटल मोबाइल वॉलेट से पैसा निकाल लिया जाता है। हर महीने प्रति उपयोगकर्ता स्पैम कॉल की औसत संख्या 16.8 थी, जबकि ट्रूकॉलर उपयोगकर्ताओं के पास महज अक्टूबर महीने में ही 3.8 अरब से अधिक कॉल आई हैं। इसने एक बयान में कहा कि ट्रूकॉलर दुनिया भर में अपने 30 करोड़ उपयोगकर्ताओं को 37.8 अरब स्पैम कॉल रोकने और चिह्नित करने में मददगार रही है। इस रिपोर्ट के डेटा में 1 जनवरी 2021 से 31 अक्टूबर 2021 तक की अवधि की इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल और मैसेज को जोड़ा गया है।वैश्विक रुझान ब्राजील लगातार चौथे साल सबसे ज्यादा स्पैम कॉल वाला देश रहा है, जहां प्रत्येक उपयोगकर्ता के पास हर महीने औसतन 32.9 स्पैम कॉल आईं। ब्राजील और पेरू में स्पैम कॉल की औसत संख्या में अहम अंतर है। जहां ब्राजील में हर महीने प्रत्येक उपयोगकर्ता को औसतन 32.9 कॉल मिलीं वहीं पेरू में हर महीने प्रति उपयोगकर्ता औसत कॉल 18.02 रहीं। पेरू इस मामले में रिपोर्ट में दूसरे स्थान पर है। स्पैम एसएमएस के मामले में सूची में कैमरून सबसे ऊपर है।
