सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंंक का शुद्ध लाभ सितंबर में समाप्त दूसरी तिमाही में 164 फीसदी की उछाल के साथ 1,089 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले साल की समान अवधि में 412 करोड़ रुपये रहा था। बैंक की शुद्ध ब्याज आय करीब 1 फीसदी घटकर 4,084 करोड़ रुपये रह गई, जो पिछले साल की समान अवधि में 4,144 करोड़ रुपये रही थी। बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन इस अवधि में 2.89 फीसदी रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 3.06 फीसदी रहा था। बैंंक का परिचालन लाभ इस दौरान 3,276 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 2,942 करोड़ रुपये रहा था। बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्याधिकारी शांति लाल जैन ने कहा, शुद्ध लाभ में बढ़ोतरी मुख्य रूप से अन्य आय में इजाफा, कैश रिकवरी में सुधार आदि के कारण हुई। बैंंक का सकल एनपीए सितंबर तिमाही में 9.56 फीसदी रहा, जो पहले 9.89 फीसदी रहा था। शुद्ध एनपीए इस अवधि में 3.26 फीसदी रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 2.96 फीसदी रहा था। फंसे कर्ज में महज 3,952 करोड़ रुपये जुड़े जबकि पहली तिमाही में उसमें 4,204 करोड़ रुपये जुड़े थे। जैन ने कहा, 3,952 करोड़ रुपये के नए एनपीए में से 1,820 करोड़ रुपये श्रेय समूह के खातों से जुड़े हैं जबकि 150 करोड़ रुपये खुदरा, 983 करोड़ रुपये कृषि और 746 करोड़ रुपये एमएसएमई के हैं। साथ ही 2,073 करोड़ रुपये कॉरपोरेट के।यूको बैंक को दूसरी तिमाही में लाभ यूको बैंक ने कहा कि फंसे हुए कर्ज में कमी के कारण सितंबर 2021 तिमाही में उसका शुद्ध लाभ कई गुना बढ़कर 205.39 करोड़ रुपये हो गया। इससे पिछले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में बैंक को 30.12 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। यूको बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि तीस सितंबर को समाप्त चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 4,655.86 करोड़ हो गई। इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 4,327.13 करोड़ रुपये थी। बैंक का सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्ति) यानी फंसा कर्ज घटकर 8.98 फीसदी रह गया जो एक साल पहले इसी तिमाही में 11.62 फीसदी था। बैंक का शुद्ध एनपीए 3.37 फीसदी (3,854.33 करोड़ रुपये) रहा जो एक साल पहले 2020-21 की जुलाई-सितंबर तिमाही में 3.63 फीसदी (3,831.88 करोड़ रुपये) था। एसबीआई काड्र्स का शुद्ध लाभ बढ़ा एसबीआई काड्र्स ऐंड पेमेंट्स सर्विसेज ने सितंबर तिमाही में शुद्ध लाभ में 67 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है, जिसमें कम प्रावधान व अन्य आय में इजाफे का योगदान रहा। तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ 345 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान अवधि में 206 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी की ब्याज आय सालाना आधार पर 8 फीसदी घटकर 1,173 करोड़ रुपये रही जबकि राजस्व 7 फीसदी की उछाल के साथ 2,695 करोड़ रुपये रहा, जिसमें शुल्क व सेवा से हासिल उच्च आय कयोगदान रहा। कंपनी का प्रावधान सालाना आधार पर 31 फीसदी की गिरावट के साथ 594 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की परिसंपत्ति गुणवत्ता सुधरी क्योंंकि सकल एनपीए क्रमिक आधार पर 55 आधार अंक घटा और सालाना आधार पर उसमें 410 आधार अंकों की गिरावट आई और कुल एनपीए 3.36 फीसदी रहा। शुद्ध एनपीए सालाना आधार पर 179 आधार अंक घटकर 0.91 फीसदी रहा।
