भारत विविधिकृत देश है और वॉलमार्ट यहां के स्थानीय कानून का अनुपालन करेगी। यह कहना है दुनिया की सबसे बड़ी रिटेलर वॉलमार्ट के मुख्य कार्याधिकारी और अध्यक्ष डी. मैकमिलन का। उन्होंने कहा, यहां के अपने नियम हैं। हमें उनका अनुपालन करना है। यूनिवर्सिटी ऑफ कंसास स्कूल ऑफ बिजनेस में उन्होंने एक कार्यक्रम में ये बातें कही।
उन्होंने कहा, आज हमें बहुब्रांड खुदरा स्टोर में एफडीआई की अनुमति नहीं है। ऐसे में हम अलग तरह से परिचालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कंननपी को फूड बिजनेस की समस्या का उस तरह के मॉडल के तहत समाधान करना है। मैकमिलन ने कहा, भारतीय बाजार अदभुत है और दुनिया भर के सबसे ज्यादा उत्साजनक बाजारों में से एक है। अमेरिका व चीन के बाद यह तीसरा अग्रणी बाजार है।
यह कंपनी जेफ बेजोस की एमेजॉन, मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो मार्ट और टाटा के स्वामित्व वाली बिग बास्केट के साथ भारतीय ऑनलाइन रिटेल बाजार में फ्लिपकार्ट के जरिए वर्चस्व की खातिर संघर्ष कर रही है। डिजिटल पेमेंट दिग्गज फोनपे भी वॉलमार्ट का हिस्सा बन गई है। भारत का खुदरा बाजार साल 2025 तक 1 लाख करोड़ डॉलर पर पहुंचने का अनुमान है।मैकमिलन ने कहा, हमें वास्तव में भारत के इतिहास पर गर्व है। हम यहां कारोबार स्थापित करने में जुटे हुए हैं। हमें लगता है कि भविष्य उज्ज्वल हैऔर हम साल 2025 तक इस बाजार के एक लाख करोड़ डॉलर पर पहुंचने का अनुमान लगा रहे हैं।
मैकमिलन ने कहा कि मैं फ्लिपकार्ट व फोनपे की अग्रणी टीम को लेकर उत्साहित हूं और उसे लेकर भी, जो कारोबार उन्होंने यहां खड़ा किया है। उन्होंने कहा कि फ्लिपकार्ट का कारोबार 3 लाख मार्केटप्लेस सेलर्स तक पहुंच गया है और फोनपे का बिजनेस 30 करोड़ यूजर तक। दोनों ही अच्छी बढ़त दर्ज कर रहे हैं।
मैकमिलन ने कहा, इस बात में कोई संदेह नहींं है कि खास तौर से भारत जैसे बाजार चुनौतियां हैं। बदलते माहौल में नियम, ग्राहक व प्रतिस्पर्धी बदल रहे हैं। वास्तविक प्रश्न यह है कि आपके पास हर समय ऐसी सक्षम टीम है जो कल की समस्या का समाधान करना चाहते हैं।