दोनों देशों के सैनिकों का संयुक्त सैन्याभ्यास 22 अक्तूबर को शुरू हुआ और इसमें आतंकवाद निरोधक अभियान चलाने की योजना है। इसके तहत अवैध हथियारबंद निकायों को नष्ट करना शामिल है। रूसी सैनिक टी-72 और बीएमपी-2 समेत भारतीय सैन्य उपकरण उपयोग करेंगे।
छठी इंडिपेंडेंट आर्मेड ब्रिगेड के ब्रिगेडियर वी एम चंद्रन ने कहा, इस अभ्यास का मूल तत्व संयुक्त राष्ट्र शांति माहौल है। जब हम इस अभ्यास के बारे में सोचते हैं तो यह दक्षिण सूडान जैसा हैं जहां अब भी हम अभियान चला रहे हैं।
इस अभ्यास में सैनिकों को दक्षिण सूडान जैसी स्थिति का सामना कराया जा रहा है।
भाषा