इन्फी के कर्मियों की घर वापसी | देवाशिष महापात्र / बेंगलूरु July 06, 2020 | | | | |
भारत की दूसरी सबसे बड़ी आईटी सेवा कंपनी इन्फोसिस अपने 200 से ज्यादा कर्मचारियों और उनके परिवारों को एक चार्टर्ड विमान से भारत लेकर आई है।
इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले सूत्रों के अनुसार, कतर एयरवेज का विमान रविवार की शाम सैन फ्रांसिस्को से रवाना हुआ और सोमवार की सुबह बेंगलूरु अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा। एक अधिकारी ने बताया, 'इस विमान में करीब 76 परिवार थे जो 20 घंटे की यात्रा के बाद आज बेंगलूरु पहुंचे।'
कंपनी के एचआर विभाग में वीपी नंजप्पा बीएस ने अपने पर्सनल ट्विटर हैंडल के जरिये कहा, 'इन्फोसिस के कर्मचारियों और परिवारों का स्वागत! टीमों ने मिलकर इस कार्य को सफल बनाया।'
इन्फोसिस ने इन कर्मचारियों के बारे में ज्यादा जानकारी देने से इनकार कर दिया, लेकिन यह पता चला है कि ये कर्मचारी कई वजहों से अमेरिका में फंसे हुए थे। कुछ कर्मचारियों ने परियोजनाओं के संबंध में वहां की यात्रा की थी, लेकिन कोविड महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय यात्रा पर प्रतिबंध की वजह से वापस नहीं लौट पाए थे। अधिकारी ने कहा, 'कुछ अन्य कर्मचारियों ने मार्च में वापसी यात्रा का कार्यक्रम बनाया था, लेकिन वे इसमें सफल नहीं हो सके। इसलिए कंपनी ने उनकी सुरक्षित भारत यात्रा के लिए विमान की व्यवस्था की।'
खबर है कि इन्फोसिस अमेरिका से कुछ और कर्मचारियों को वापस लाने के लिए कई अन्य विमानों की मदद लेने की योजना बना रही है। अधिकारी ने कहा, 'कनाडा, यूरोप और पश्चिम एशिया जैसे अन्य क्षेत्रों के लिए भी ऐसी उड़ानें संचालित करने की योजना है।' अमेरिका उन कई भारतीय आईटी सेवा कंपनियों के लिए प्रमुख बाजार है जो अपना करीब 60 प्रतिशत राजस्व इस उत्तर अमेरिकी देश से प्राप्त करती हैं। कोविड-19 महामारी के बीच, कई आईटी कर्मचारी वीजा समाप्त होने या मौजूदा परियोजनाएं रद्द होने से अमेरिका में फंस गए थे। हाल में ट्रंप प्रशासन ने गैर-प्रवासी वीजा के जरिये वर्क परमिट को दिसंबर तक रद्द कर दिया है। ट्रंप प्रशान ने अमेरिका में बढ़ रही बेरोजगारी दर को नियंत्रित करने के लिए यह कदम उठाया है। इससे बड़ी तादाद में कर्मचारी अमेरिका में ही फंसे रह गए हैं, क्योंकि उनके वीजा को नवीकृत नहीं किया जा सका है। एक अन्य अधिकारी ने कहा, 'ऐसे लोग भी हैं जो ग्राहकों के स्थानों पर कार्य के लिए गए थे, लेकिन नए वीजा नियमों की वजह से वापस नहीं लौट सके।'
शुरू में आईटी उद्योग संस्था नैसकॉम ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया था कि 50 विभिन्न देशों में फंसे आईटी कर्मचारियों और उनके परिवारों को वापस लाया जाए।
जून के पहले सप्ताह में, ज्वैलरी फर्म मालाबार गोल्ड ऐंड डायमंड्स ने अपने 200 कर्मचारियों और उनके परिवारों को संयुक्त अरब अमीरात से स्वदेश लाने की व्यवस्था की थी।
|