वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) से शहर के पटाखा कारोबार को तगड़ी चोट लगी है। पटाखा पर 28 फीसदी जीएसटी के कारण इसकी बिक्री के आवेदन घट गए हैं। कारोबारियों का कहना है कि पटाखा पहले से ही महंगी बिकती थी अब इसके दाम दोगुनी हो गई है। ऐसे में पटाखे की बिक्री करना अब घाटे का सौदा हो सकता है। शहर के फूलबाग स्थित नानाराव पार्क में थोक पटाखा बाजार लगता है। इसमें करीब दो दर्जन कारोबारी पटाखों की बिक्री करते हैं। यहां सिर्फ पांच दिन के लिए पटाखा बाजार लगता है। इसके अलावा शास्त्री नगर सेंट्रल पार्क, किदवई नगर पार्क, लालबंग्ला, नौबस्ता में सैकड़ों की संख्या में अस्थायी दुकानें लगाकर फुटकर पटाखा की बिक्री करते हैं। कानपुर थोक आतिशबाजी उद्योग व्यापार मंडल के वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि वैट के तहत पहले 14.5 प्रतिशत टैक्स देते थे। सरकार ने पटाखों पर 28 फीसदी जीएसटी लगाया है। इससे पटाखा बिक्री करने के आवेदन की संख्या घट गई है। इसके अलावा कई अनापत्ति प्रमाण पत्र भी लेने पड़ते हैं जिसमें काफी खर्च होता है।
