नकदी के संकट से निपटने के लिए सरकार ने निर्यात ऋण गारंटी निगम (ईसीजीसी) को जो 350 करोड़ रुपये की जो बैक अप गारंटी देने की घोषणा की है ।
उससे ऑटो पुर्जे बनाने वाली कंपनियों का बहुत ज्यादा भला होता नहीं दिख रहा है। गौरतलब है कि देश में ऑटो पुर्जे बनाने वाली कंपनियां अमेरिका के ड्रेटॉयट शहर में मौजूद तीन बड़ी कंपनियों को ऑटो पुर्जे निर्यात करती हैं। ये देसी कंपनियां जनरल मोटर्स, फोर्ड और क्रिसलर जैसी दिग्गज कंपनियों को पुर्जे निर्यात करती हैं।
निर्यातक अगर भुगतान करने में नाकाम रहता है तो सरकार जो कवर ईसीजीसी को मुहैया कराती है उसको ही बैक अप गारंटी कहते हैं।
अमेरिकी कार निर्माता कंपनियों को पुर्जे निर्यात करने वाली तकरीबन 50 ऑटो पुर्जे बनाने वाली कंपनियों ने इस साल नवंबर से ही क्रेडिट इंश्योरेंस लेने से मना कर दिया है।
इस कदम पर प्रतिक्रिया जताते हुए ईसीजीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'सरकार ने बैक गारंटी देने के तहज जो भी कदम उठाए हैं उसके बावजूद भी इन तीन बड़ी कंपनियों को निर्यात करने की नीति में कोई बदलाव नहीं आएगा।
अगर ऑटो पुर्जे निर्यातक को उसका पैसा वापस मिलने की गारंटी नहीं मिलती है तो हमारे पास उनको नहीं कहने का अधिकार भी सुरक्षित है।'