वाहनों का पंजीकरण नवंबर में सालाना आधार पर 2.7 फीसदी घटकर 18,17,600 वाहन रह गया। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने बुधवार को यह जानकारी दी। साल 2019 से तुलना करें तो कुल पंजीकरण माह के दौरान करीब 20 फीसदी घटा।
वाहन कंपनियों की बिक्री के लिए अहम दीवाली के दौरान भी बिक्री नहीं बढ़ी। एक ओर जहां कार निर्माताओं को आपूर्ति संबंधी समस्या का सामना करना पड़ा, वहीं दोपहिया निर्माता मांग में सुधार के लिए संघर्ष करते रहे।
नवंबर में दोपहिया का पंजीकरण सालाना आधार पर 0.75 फीसदी घटकर 14,43.763 रह गया जबकि यात्री वाहनों की बिक्री 19.44 फीसदी घटकर 2,40,234 वाहन रही। अगर नवंबर 2019 से तुलना करें तो दोपहिया व यात्री वाहनों की बिक्री में क्रमश: 20.29 फीसदी व 14.02 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई। डीलरों को यात्री वाहनों की बिक्री माह के दौरान 14 फीसदी घटकर 2,46,000 रही, जो एक साल पहले 2,86,000 वाहन रही थी। उद्योग के अनुमान से यह खुलासा हुआ। यात्री वाहनों की बिक्री नवंबर में 12.73 फीसदी बढ़कर 2,85,367 वाहन रही।
फाडा के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी ने कहा, नवंबर में वाहनों की बिक्री नकारात्मक रही जबकि दीवाली व शादी विवाह का सीजन इस महीने में पड़ा। दक्षिणी राज्यों में असमय हुई बारिश से भी नुकसान हुआ।
गुलाटी के मुताबिक, जब तक ग्रामीण इलाके में सुधार के संकेत नहीं दिखते, तब तक बिक्री कमजोर बनी रहेगी। दोपहिया की बिक्री पिछले साल जैसी ही रही, लेकिन कुल अवधारणा कमजोर रही क्योंंकि एक दो राज्यों को छोड़ देंं तो शादी के सीजन में मांग बहाल नहीं हुई। इसके अलावा दक्षिण में रुक-रुककर हुई बारिश और बाढ़, वाहनों की ज्यादा कीमतें और महंगे र्ईंधन ने ग्राहकों को दूर रखा। इसके साथ ही पूछताछ में भी सुधार नहीं हो रहा है, जो बड़ी चिंता का कारण है।
फाडा को उम्मीद है कि चिप की किल्लत समय के साथ सुधरेगी और वाहनों की प्रतीक्षा अवधि में कमी आएगी, जिससे बिक्री बढ़ाने में मदद मिलेगी। फाडा ने दोपहिया कंपनियों से आकर्षक योजना घोषित करने का अनुरोध किया है।
