दक्षिण कोरिया की वाहन कंपनी सांगयोंग मोटर को अदालत के रिसीवर के तहत रखा गया है क्योंकि उसके बहुलांश हिस्सेदार महिंद्रा ऐंड महिंद्रा किसी खरीदार को तलाशने में विफल रही है। सोल की दिवालिया अदालत ने गुरुवार को यह आदेश जारी किया।
सांगयोंग ने ऋण अदायगी में चूक के बाद दिसंबर में ही रिसीवर के लिए अदालत में आवेदन किया था। अब उम्मीद की जा रही है कि दक्षिण कोरिया की वाहन कंपनी जून तक अदालत के समक्ष एक पुनरुद्धार योजना प्रस्तुत करेगी।
सांगयोंग मोटर ने एक बयान में कहा, ‘हम सोल दिवालिया अदालत से परामर्श के तहत कम से कम समय में एक सलाहकार की नियुक्ति सहित विलय अधिग्रहण को पूरा करते हुए पुनरुद्धार प्रक्रिया को बढ़ावा देने की योजना बना रहे हैं।’
सांगयोंग मोटर भारी ऋण बोझ तले दबी है। कंपनी ने कहा है कि साल 2020 में उसके वाहनों की बिक्री एक साल पहले के मुकाबले 20 फीसदी से अधिक गिरावट के साथ 107,416 वाहनों की रही। साल 2020 में उसका परिचालन घाटा बढ़कर 449 अरब ओन (40.176 करोड़ डॉलर) हो गया जो एक साल पहले 282 अरब ओन रहा था। इसी प्रकार कंपनी का राजस्व भी 19 फीसदी घटकर 3 लाख करोड़ ओन रह गया।
भारतीय वाहन कंपनी महिंद्रा ऐंड महिंद्रा की पिछले साल के अंत तक सांगयोंग में 75 फीसदी हिस्सेदारी थी। महिंद्रा सांगयोंग में अपनी हिस्सेदारी की बिक्री के लिए खरीदार तलाश रही थी लेकिन उसे अब तक कोई खरीदार नहीं मिला। महिंद्रा ने 2010 में उस दौरान सांगयोंग में हिस्सेदारी खरीदी थी जब दक्षिण कोरिया की वाहन कंपनी दिवालिया होने के करीब पहुंच गई थी।