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ऑटोमोबाइल की मंद रही चाल

Last Updated- December 05, 2022 | 9:12 PM IST

वाहन उद्योग के लिए पिछला साल  कुछ खास नहीं रहा। बेहद ऊबड़खाबड़ रहे इस साल में उद्योग की रफ्तार धीमी रही और ग्राहकों का प्यार इसे नहीं मिला।


भारतीय वाहन निर्माता कंपनियों के संगठन सियाम के आंकड़े भी यही बताते हैं।उसके मुताबिक वित्त वर्ष 2007-2008 में ऑटोमोबाइल क्षेत्र की कुल बिक्री में 4.7 फीसदी की गिरावट आई है। वर्ष 2006-07 के दौरान जहां लगभग 1 करोड़ वाहनों की बिक्री हुई थी, वहीं वित्त वर्ष 2007-08 में यह आंकड़ा 96 लाख ही पहुंच पाया था।


कार बाजार जरूर इसका अपवाद रहा। देश में यात्री कारों की बिक्री में वित्त वर्ष 2006-07 के मुकाबले 11.79 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। वर्ष 2007-08 में 12 लाख से भी ज्यादा कारों की बिक्री हुई, जबकि वर्ष 2006-07 में कारों की बिक्री 11 लाख का आंकड़ा भी नहीं छू सकी थी।


इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुकसान दोपहिया वाहनों के बाजार को उठाना पड़ा। वर्ष 2007-08 में देश भर में मोटरसाइकिलों की बिक्री में 11.9 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। जहां 2006-07 के दौरान 65 लाख मोटरसाइकिलों की बिक्री हुई थी, वहीं वित्त वर्ष 2007-08 में लगभग 58 लाख मोटरसाइकिलें ही बिक पाई थी।


वित्त वर्ष 2007-08 में दोपहिया वाहनों की कुल बिक्री में 7.92 प्रतिशत की कमी आयी थी। अगर दोपहिया वाहनों के बाजार की कुल बिक्री की बात करे तो इस वित्त वर्ष में लगभग 73 लाख दोपहिया वाहनों की बिक्री हुई।

First Published - April 11, 2008 | 12:29 AM IST

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