देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजूकी ने शुक्रवार को चुनिंदा मॉडलों की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया और इनपुट लागतों में बढ़ोतरी को इसकी वजह बताया। कंपनी ने नियामकीय सूचना मेंं कहा, विभिन्न मॉडलों की एक्स-शोरूम कीमतों (दिल्ली) में भारांकित औसत बढ़ोतरी 1.6 फीसदी हुई है। नई कीमतें 16 अप्रैल से ही प्रभावी हो गई।
इस साल इनपुट लागतों में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए भारतीय वाहन निर्माता कीमतें बढ़ा रही हैं। जनवरी में मारुति सुजूकी ने इनपुट लागत में बढ़ोतरी का हवाला देते हुए कुछ कार मॉडलों की कीमतें बढ़ाई थी।
विभिन्न मॉडलों की कीमतें बढ़ाई गई हैं। मारुति के बेड़े में एंट्री लेवल कार ऑल्टो से लेकर प्रीमियम वाहन एक्सएल-6 शामिल है।
कच्चे माल की कीमतें बढ़ रही हैं और इस संचयी बढ़ोतरी का पूरा असर इस वित्त वर्ष की तीसरी व चौथी तिमाही में देखने को मिलेगा। वाहन उद्योग के प्रमुख कच्चे माल स्टील, एल्युमीनियम, तांबा और रबर की कीमतें बढ़ी है। स्टील की कीमतें छह महीने में 30 फीसदी तक उछली है जबकि एल्युमीमियम व तांबे की कीमतों में पिछले साल से क्रमश: 40 फीसदी व 77 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई है।
वाहन निर्माताओं के पास इनपुट लागतों में हुई बढ़ोतरी का भार सहने की काफी कम गुंजाइश बची है क्योंकि कोरोना के प्रसार के बाद पहली दो तिमाहियों में उन्हें खासा नुकसान उठाना पड़ा था। लॉकडाउन के कारण अप्रैल व मई में कंपनियों ने शून्य बिक्री दर्ज की थी।
संभावना है कि अन्य वाहन कंपनियां भी कीमत बढ़ोतरी का कदम उठा सकती हैं। वाहन बाजार में मारुति की हिस्सेदारी 50 फीसदी से ज्यादा है।