वाहन ईंधन के भारत के सबसे बड़े खुदरा कारोबारी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने अगले 3 साल में 10,000 चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना की घोषणा की है। ईवी चार्जिंग स्टेशन और ग्रीन हाइड्रोजन का उत्पादन दोनों ही कंपनी के नेट कार्बन जीरो रणनीति का हिस्सा है, जिसकी शुरुआत जल्द की जाएगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2070 तक नेट जीरो लक्ष्य की घोषणा करने के दो दिन बाद इंडियन ऑयल ने यह घोषणा की है। इंडियन ऑयल के चेयरमैन एसएम वैद्य ने कहा, ‘इलेक्ट्रिक वाहन अब हकीकत हैं और इंडियन ऑयल ने चुनौतियों की ओर कदम बढ़ाया है और इस क्षेत्र में अवसर देख रही है। अब हमारी सेवाओं में वैकल्पिक ऊर्जा की पेशकश भी शामिल होगी, जिसमें हमारे पेट्रोल पंपों पर ईवी चार्जिंग शामिल है।’ वैद्य ने कहा कि इससे ऑटोमोबाइल विनिर्माताओं को ईवी उत्पादन बढ़ाने और ग्राहकों को बाधारहित वाहन चलाने को लेकर प्रोत्साहन मिलेगा। इंडियन ऑयल के अलावा भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) ने भी अगले कुछ साल में करीब 7,000 पेट्रोल पंपों पर चार्जिंग स्टेशन लगाने की पेशकश की है। सरकारी कंपनी हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचपीसीएल) ने सितंबर में घोषणा की थी कि वह अगले 3 साल में 5,000 चार्जिंग स्टेशन बनाएगी। इसके अभी 84 ईवी चार्जिंग स्टेशन हैं।
ई-चार्जिंग स्टेशन बनाना कारोबार के विविधीकरण की रणनीति का हिस्सा है क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहन तरल ईंधन बाजार को चुनौैती दे रहे हैं और साथ ही नेट जीरो योजना भी है। बीपीसीएल ने एक बयान में कहा है कि ईवी चार्जिंग बुनियादी ढांचा कंपनी को नया अवसर प्रदान करेगी, साथ ही वाहन ईंधन का मौजूदा इस्तेमाल कम होने के जोखिम से बचा जा सकेगा। वैद्य ने कहा, ‘भारत में ऊर्जा की जरूरत बढ़ रही है। हम स्थिर कंपनी नहीं हैं। कुल मिलाकर हमारी ऊर्जा की जरूरत बढ़ रही है और ऐसे में हर तरह के ईंधन की जरूरत पूरी करनी होगी।’
इंडियन ऑयल ने चरणबद्ध तरीके से चार्जिंग स्टेशन बनाने की योजना बनाई है। पहले 2,000 स्टेशन इस साल के भीतर स्थापित होंगे। इस समय इंडियन ऑयल के 448 ईवी चार्जिंग स्टेशन और 30 बैटरी स्वैपिंग स्टेशन हैं। पहले चरण में कंपनी का ध्यान 9 शहरों, मुंबई, दिल्ली, बेंगलूरु, हैदराबाद, अहमदाबाद, चेन्नई, कोलकाता, सूरत और पुणे पर होगा और यहां 231 चार्जिंग स्टेशन बनेंगे।
राज्यों की राजधानियां, स्मार्ट सिटी और प्रमुख राजमार्गों और एक्सप्रेसवे को चरणबद्ध तरीके से इस योजना में शामिल किया जाएगा। इन स्टेशनों का बड़ा हिस्सा यानी 1,472 स्टेशन छोटे शहरों के राजमार्गों पर स्थापित किए जाएंगे, लेकिन इसमें से ज्यादातर इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों के लिए होंगे। तीसरे साल यह संख्या बढ़कर 2,510 तक हो जाएगी, जब इंडियन ऑयल 10,000 स्टेशनों का लक्ष्य पूरा कर लेगी। इंडियन ऑयल ने टाटा पॉवर, आरईआईएल, पॉवर ग्रिड कॉर्पोरेशन, एनटीपीसी, फोर्टम, हुंडई, टेक महिंद्रा, बीएचईएल और ओला से ईवी चार्जर स्थापित करने के लिए समझौता किया है। शुरुआत में दोपहिया व तिपहिया के अनुकूल मिक्स चार्जर उपलब्ध कराए जाएंगे, जिसका बाद में बाजार जरूरतों के मुताबिक उन्नयन किया जाएगा।