BS Samriddhi Rajasthan 2025: जयपुर में बिज़नेस स्टैंडर्ड के समृद्धि राजस्थान कार्यक्रम का शुभारंभ उद्योग, कौशल विकास और युवा मामलों के मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आने वाले समय में राजस्थान को स्टार्टअप, सक्सेस स्टोरीज और इनोवेशन के लिए जाना जाएगा।
राठौड़ ने कहा, “हमारा विजन है कि राजस्थान में एक ऐसी आईटी सिटी बने जिसकी योजना अगले 20 सालों को ध्यान में रखकर बनाई जाए। जैसे गुरुग्राम 15 साल पहले की प्लानिंग पर विकसित हुआ, वैसे ही राजस्थान दिल्ली से जुड़कर नया आईटी हब बन सकता है। गुरुग्राम जितना डेवलप होना था हो चुका, अब आगे की संभावनाएं राजस्थान में हैं।”
उन्होंने बताया कि हैदराबाद और बेंगलुरु में बड़ी संख्या में राजस्थान के लोग आईटी सेक्टर में काम कर रहे हैं। मंत्री ने कहा, “हमारी दिल्ली से शानदार कनेक्टिविटी है। एक्सप्रेसवे पर निकलते ही राजस्थान शुरू हो जाता है। यह आईटी इंडस्ट्री के लिए सबसे बेहतर जगह बन सकती है।”
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कार्यक्रम में राठौड़ ने यह भी कहा कि राजस्थान लंबे समय से विकास में पीछे रह गया, लेकिन अब यही उसकी सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने कहा, “यह आइसबर्ग का सिरा है, विकास की अपार संभावनाएं छिपी हैं। हमें इस मौके का फायदा उठाना है,”
मंत्री ने कहा कि राजस्थान रणनीतिक रूप से दिल्ली और मुंबई के बीच स्थित है, यहां विशाल भूमि संसाधन, शांतिपूर्ण माहौल और वफादार युवा आबादी है। उन्होंने कहा, “राजस्थान केवल कारोबार की जगह नहीं, बल्कि बसने के लिए भी आदर्श राज्य है। हम क्षेत्रवाद में विश्वास नहीं करते और हर किसी का स्वागत करते हैं,”
राठौड़ ने प्रवासी राजस्थानियों और अन्य निवेशकों को भी राज्य में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा, खनन, लॉजिस्टिक्स, स्वास्थ्य, हॉस्पिटैलिटी और आईटी जैसे क्षेत्रों में अपार अवसर हैं।
उन्होंने निवेशकों की सुविधा के लिए फिक्स्ड प्राइस सिस्टम और आईटी ट्रैकिंग फ्रेमवर्क की जानकारी दी। राठौड़ ने कहा, “व्यापारियों को तेज़ी चाहिए, इंतजार नहीं। हमारी प्राथमिकता है कि रोजगार कल नहीं, आज ही पैदा हो। इसी लिए हमने पारदर्शी व्यवस्था और तेज मंजूरी प्रक्रिया शुरू की है,”