उत्तर प्रदेश की योगी सरकार मंडियों में गोदाम बनाने पर 187 करोड़ रुपये खर्च करेगी। प्रदेश की अनाज, फल व सब्जी मंडियों में कोल्ड स्टोर भी बनाए जाएंगे।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रदेश की 37 मंडियों में 5,000-5,000 टन क्षमता के गोदामों का ई-शिलान्यास किया। उन्होंने बताया कि इस योजना में 187 करोड़ रुपये का व्यय किया जाएगा। योगीने कहा कि मंडियों के अंदर कोल्ड स्टोरेज बनाने चाहिए और भंडारण क्षमता को भी बढ़ाना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि न सिर्फ अनाज मंडी में ही, बल्कि फल, सब्जी और फूल भंडारण पर भी खास ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे किसानों का नुकसान नहीं होगा। अगर भंडारण क्षमता बढ़ेगी तो कालाबाजारी पर भी नकेल कसेगी।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार का लक्ष्य किसानों की आय दोगुनी करने का था। उन्होंने कहा कि पिछले तीन वर्षों में माहौल बदलने का कार्य किया गया है। उन्होंने कहा कि जब सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य के माध्यम से उसकी उपज का उचित दाम देने लगती है, तो किसान का न केवल जीवन बदलता है, बल्कि बाजार भी मजबूत होता है और कालाबाजारी पर रोक लगती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान अब बाहर से वापस आकर फिर से खेती किसानी कर रहा है। उसे अब इस बात का अहसास हो रहा है कि खेती किसानी अब घाटे का सौदा नहीं है।
उन्होंने कहा कि केंद्र व राज्य सरकार की कोशिशों के बाद लोगों को लागत का डेढ़ गुना दाम मिलना प्रारंभ हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर मंडी समिति तय क्षमता स्थापित कर ले, तो बड़ा काम होगा। अब सहकारी समितियों के साथ-साथ मंडी समितियों को भी आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि अनलॉक के विभिन्न चरणों में शासन स्तर पर कार्रवाई करके उनकी सरकार ने कालाबाजारी को रोकने का काम किया।