उत्तर प्रदेश में सरकारी स्तर पर आईएएस, इंजीनियरिंग और मेडिकल कोर्सों में दाखिले के लिए युवाओं को कोचिंग दी जाएगी। सिविल सेवा, जेईई और नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता के लिए स्तरीय कोचिंग सुविधा दिलाने वाली मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना की शुरुआत की गई है। अभ्युदय योजना में प्रदेश में कल से कक्षाएं शुरू होंगी। जिन युवाओं का संक्षिप्त टेस्ट से चयन किया गया है, उन्हें मंडल मुख्यालय में कक्षा लेने का अवसर मिलेगा। पहले चरण में 50,000 अभ्यर्थियों का चयन किया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आने वाले समय में सरकार सभी प्रतियोगी परीक्षाओं को इसके साथ जोड़ेगी। उन्होंने कहा कि शुरुआत में इस योजना में कुछ ही प्रतियोगी परीक्षाएं होंगी लेकिन धीरे-धीरे इसके दायरे को बढ़ाएंगे
योगी सरकार की ओर चलाई जा रही इस कोचिंग में ऑनलाइन अध्ययन सामग्री और लेक्चर वगैरह, तो उपलब्ध होंगे ही, ऑफलाइन कक्षा में आईएएस और पीसीएस परीक्षा के लिए प्रशिक्षु आईएएस, आईपीएस, आईएफएस (वन सेवा), पीसीएस अधिकारियों द्वारा मार्गदर्शन दिया जाएगा, जबकि एनडीए और सीडीएस की परीक्षा के लिए प्राचार्य, उत्तर प्रदेश सैनिक स्कूल द्वारा मार्गदर्शन मिलेगा। यही नहीं, नीट, जेईई, बैंक पीओ, एसएससी और टीईटी आदि परीक्षाओं के लिए भी कक्षाएं चलेंगी। तय व्यवस्था के अनुसार, विभिन्न विषयों के प्रतिष्ठित विशेषज्ञ भी अतिथि व्याख्याता के तौर पर आमंत्रित किए जाएंगे। यहां प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विषय का चयन परीक्षा की तैयारी के तरीके, टिप्स, प्रश्नों के उत्तर लिखने की विधि, सामान्य अध्ययन के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होगी। इसके अतिरिक्त, विषय विशेषज्ञ की उपलब्धता के आधार पर विभिन्न विषयों की कक्षाएं भी चलेंगी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि अभ्युदय योजना के तहत शुरुआती दौर में हर मंडल मुख्यालय पर कोचिंग कक्षाएं चलेंगी। दूसरे चरण में ऐसी ही कक्षाएं जिला स्तर पर शुरू की जाएंगी। पूरी तरह नि:शुल्क इन कक्षाओं में ऑफलाइन और ऑनलाइन प्रशिक्षण तथा विभिन्न परीक्षाओं के पाठ्यक्रम व परीक्षा पैटर्न आदि के संबंध में अयर्थियों को पूरी जानकारी दी जाएगी। मंडल स्तर पर प्रशिक्षण केंद्रों के संचालन व समन्वयन की जिमेदारी उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी (उपाम) को दी गई है। उपाम की ओर से हर साल एक तय समय पर पात्रता परीक्षा आयोजित कराई जाएगी, जिसके जरिये अभ्यर्थियों का चयन होगा।
अभ्यर्थियों को अध्ययन सामग्री मिल सके, इसके लिए राज्य स्तर पर ई-लर्निंग कन्टेन्ट प्लेटफार्म बनाया गया है। इस प्लेटफार्म पर विभिन्न अधिकारियों द्वारा परीक्षा की तैयारी संबंधी अपने अनुभव साझा करते हुए वीडियो अपलोड किए जाएंगे। इसके अलावा, परीक्षा की तैयारी से संबंधित टिप्स सामग्री, पुस्तकों आदि से संबंधी मार्गदर्शन देते हुए वीडियो अपलोड होगा। लाइव सेशन एवं सेमिनार भी होंगे।
