facebookmetapixel
AI से इतर रोटेशन ट्रेड में भारत बनेगा बड़ा फायदेमंद बाजार, CLSA का दावाटाटा मोटर्स पर मंडराया सेंसेक्स से बाहर होने का खतरा, इंडिगो ले सकती है जगहUnemployment Rate: अक्टूबर में बेरोजगारी दर 5.2% पर स्थिर, गांवों में सुधार लेकिन शहरी क्षेत्रों में बढ़ा दवाबभारत में Demat Boom… पर क्यों 85% परिवार अभी भी मार्केट में नहीं आते?Explainer: नया डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटेक्शन (DPDP) नियम क्या है इसका आपके ऊपर क्या प्रभाव पड़ने वाला है?शेख हसीना को फांसी की सजा के बाद बोला भारत: हम बांग्लादेश के लोगों के हित में खड़े हैंFD से भी ज्यादा ब्याज! पोस्ट ऑफिस की इन 5 बड़ी सेविंग स्कीम्स में निवेश कर आप बना सकते हैं तगड़ा फंडअक्टूबर में निर्यात 11.8% घटकर 34.38 अरब डॉलर रहा; व्यापार घाटा बढ़कर 41.68 अरब डॉलर पर पहुंचाटैक्स सिस्टम में होगा ऐतिहासिक बदलाव! नए इनकम टैक्स कानून के तहत ITR फॉर्म जनवरी से होंगे लागूक्या पेंशनर्स को अब DA और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे? सरकार ने वायरल मैसेज की बताई सच्चाई

यूपी में नए तरीके से होगी गेहूं खरीद

Last Updated- December 12, 2022 | 7:06 AM IST

उत्तर प्रदेश में किसानों के उत्पादों की सरकारी खरीद में अनियमितता को रोकने के लिए इस बार से नई व्यवस्था लागू की जा रही है। इस बार के रबी सीजन में गेहूं की खरीद इलेक्ट्रानिक प्वाइंट आफ परचेज (पीपीपी) सिस्टम से की जाएगी। इसके तहत किसानों को अपने आधार कार्ड के साथ ही अंगूठे की छाप भी देनी होगी। किसानों की सुविधा के लिए इस साल ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था की गई है, जिसके अंतर्गत किसान अपनी सुविधा के अनुसार गेहूं क्रय केंद्र पर गेहूं की बिक्री हेतु टोकन स्वयं प्राप्त कर सकेंगे। उत्तर प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद अप्रैल से शुरू होगी, जो 15 जून तक चलेगी। इस साल गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। गेहूं की बिक्री के लिए किसानों को खाद्य एवं रसद विभाग की वेबसाइट पर पंजीकरण कराना आवश्यक है। किसानों का पंजीकरण इसी महीने की पहली तारीख से शुरू हो गया है।  प्रदेश के खाद्य आयुक्त मनीष चौहान ने बताया कि सभी सरकारी खरीद केंद्रों की रिमोट सेसिंग एप्लीकेशन सेंटर के माध्यम से जियो टैगिंग की जा रही है, जिसके जरिए किसानों को क्रय केंद्र की लोकेशन व पते की जानकारी प्राप्त करने में सुविधा होगी।
खाद्य आयुक्त ने बताया कि पारदर्शी खरीद के उद्देश्य से इस साल गेहूं की खरीद इलेक्ट्रॉनिक प्वांइट ऑफ परचेज से की जाएगी। इसके तहत  किसानों का अगूंठा लगाकर आधार प्रमाणीकरण कराते हुए खरीद की जाएगी। किसानों की सुविधा के लिए इस साल नामिनी की भी व्यवस्था की गई है। यदि कोई किसान क्रय केन्द्र पर स्वयं आने में असमर्थ है तो वह अपने परिवार के सदस्य को नामित कर सकता है। इस नामित सदस्य का भी आधार प्रमाणीकरण कराया जाएगा।
खाद्य आयुक्त के मुताबिक अगर किसी किसान का गेहूं सरकारी खरीद केंद्र पर स्वीकार नहीं किया जाता है तो वह क्षेत्रीय अधिकारी के सामने अपील कर सकता है। खाद्य आयुक्त ने बताया कि इस साल खाद्य विभाग व अन्य खरीद एजेंसियों की ओर से कुल 6,000  केंद्र  खोले जाएंगे जिसमें खाद्य विभाग के 1,100, उत्तर प्रदेश के राज्य कृषि उत्पादन मण्डी परिषद के 300, उत्तर प्रदेश राज्य खाद्य आवश्यक वस्तु निगम (एसएफसी), के 200, उत्तर प्रदेश सहकारी संघ (पीसीएफ) के 3500, उत्तर प्रदेश को-ऑपरेटिव यूनियन के 500, उत्तर प्रदेश उपभोक्ता सहकारी संघ  के 250 और  भारतीय खाद्य निगम के 150 क्रय केन्द्र स्थापित होने है।

First Published - March 13, 2021 | 12:29 AM IST

संबंधित पोस्ट