उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों की बिसात बिछने लगी है, पक्ष विपक्ष दोनो और चुनावी गठबंधनों का सिलसिला तेज होने लगा है। बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) नेता और उत्तर प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने समाजवादी पार्टी मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात कर गठबंधन की चर्चाओं को हवा दी है। अपना दल के एक धड़े की अध्यक्ष कृष्णा पटेल ने भी बुधवार को ही अखिलेश यादव से मुलाकात की। मुलाकात के बाद कृष्णा पटेल ने कहा कि उनका समाजवादी पार्टी से गठबंधन हो गया है और जल्द ही दोनो पार्टियों के नेता संयुक्त मंच पर दिखेंगे। हालांकि उन्होंने कहा कि सीटों को लेकर अभी कोई बात नहीं हुई है।
इससे पहले गुरुवार सुबह आप नेता संजय सिंह ने अखिलेश यादव से जनेश्वर मिश्रा ट्रस्ट के कार्यालय में मुलाकात की। यह दोनों नेताओं की तीसरी मुलाकात है। सपा नेताओं का कहना है कि दोनो पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर अभी कुछ तय नहीं हुआ है पर दिल्ली से सटी और बड़े शहरों की सीटों को लेकर जरुर चर्चा हुयी है। आप ने प्रदेश की 200 से ज्यादा सीटों पर अपने प्रत्याशियों का काफी पहले एलान कर दिया था।
इससे पहले मंगलवार को राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) मुखिया जयंत चौधरी ने भी सपा प्रमुख से मुलाकात की थी। हालाकि दोनो की मुलाकात के बाद गठबंधन को लेकर कोई औपचारिक एलान तो नहीं किया गया है पर माना जा रहा है कि साथ लडऩे को लेकर बात बन गयी है। सपा के नेताओं के मुताबिक रालोद के साथ गठबंधन में उसे 36 विधानसभा सीटें लडऩे के लिए दी जाएंगी जिनमें से छह पर समाजवादी प्रत्याशी होंगे पर सिंबल रालोद का होगा। रालोद को ज्यादातर सीटें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट बाहुल्य इलाके में दी जाएंगी पर प्रतीकात्मक तौर पर उसे दो सीटें पूर्वी उत्तर प्रदेश में भी दी जाएंगी।
समाजवादी पार्टी इससे पहले राजभर वोटों में प्रभाव रखने वाली सुहेलदेव राजभर भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा), मौर्य-काछी-कुशवाहा जातियों में असरकारी महान दल और लोनिया चौहान बिरादरी की प्रतिनिधित्व करने वाली जन क्रांति पार्टी के साथ पहले ही गठबंधन कर चुकी है।
उधर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का गठबंधन बीते आठ सालों से अपना दल (अनुप्रिया पटेल) के साथ है तो कुछ ही दिन पहले उसका तालमेल निषाद पार्टी के साथ भी हो गया है। निषाद पार्टी अध्यक्ष डा. संजय निषाद को भाजपा ने मनोनीत कोटे से विधान परिषद सदस्य भी बनाया है। इसी पार्टी के प्रवीण निषाद भाजपा के साथ गठबंधन कर 2019 में लोकसभा चुनाव लड़े थे और संतकबीरनगर सीट से सांसद बने थे।