अब उत्तर प्रदेश के व्यापारी कौशल विकास की पढ़ाई करेंगे। इस पढ़ाई के दौरान उन्हें अपने व्यवसाय से इतर भी काम करने की शिक्षा दी जाएगी जिससे वो अपनी आय को बढ़ा सकें।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय प्रदेश के व्यापारियों को कौशल संवर्धन की शिक्षा देगा है। विश्वविद्यालय ने इसके लिए प्रदेश में सक्रिय व्यापारियों के संगठन आदर्श व्यापार मंडल के साथ करार किया है। इसके तहत इग्नू क्षेत्रीय केंद्र लखनऊ की ओर से उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल में पंजीकृत व्यापारियों एवं उनके परिवारों को रोजगार परक शिक्षा उपलब्ध कराई जाएगी साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के व्यापारियों से क्षेत्रीय केंद्र कुछ चुनिंदा कार्यक्रमों में शुल्क नहीं लेगा। इस करार के तहत युवा व्यापारियों एवं महिला व्यापारियों एवं परिजनों को भी रोजगार परक शिक्षा प्रदान की जाएगी।
इस संबंध में बुधवार को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय ,क्षेत्रीय केंद्र, लखनऊ एवं उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल के बीच एक एमओयू किया गया। एमओयू में उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल की तरफ से संगठन के प्रदेश अध्यक्ष संजय गुप्ता ने हस्ताक्षर किए तथा इग्नू की ओर से क्षेत्रीय निदेशक डॉ मनोरमा सिंह ने हस्ताक्षर किए।
इस नए कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए इग्नू के सहायक निदेशक डॉ कीर्ति विक्रम सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय अनुसूचित जाति एवं जनजाति समुदाय के व्यापारियों को स्नातक स्तर की शिक्षा निशुल्क प्रदान करेगा तथा साथ ही साथ अगर वे प्राथमिक स्वास्थ्य में प्रमाण पत्र, जैविक कृषि ,उपभोक्ता संरक्षण, मधुमक्खी पालन, कुक्कुट पालन, एचआईवी एवं पारिवारिक शिक्षा में प्रमाण पत्र कार्यक्रमों में नामांकन कराते हैं तो उनसे उनसे कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाएगा। साथ ही सामान्य क्षेत्र के व्यापारियों को भी रोजगार परक शिक्षा के कोर्स कराए जाएंगे।
आदर्श व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता के मुताबिक इग्नू की मदद से व्यापारियों को उच्च शिक्षा के अवसर मिलेंगे। इन पाठ्यक्रमों को पढ़कर निकलने वाले व्यापारी आने वाले दिनों में अपनी व्यावसायिक गतिविधियों के साथ ही शिक्षण कार्य भी कर सकेंगे। गुप्ता ने कहा कि संगठन का प्रयास है व्यापारी बदली हुई परिस्थितियों में स्वयं तथा अपने परिवार के युवाओं में कौशल का संवर्धन करे और परंपरागत व्यापार के साथ-साथ अन्य योजनाओं को भी अपनाएं जिससे उनके रोजगार के अवसर बढ़े और आय में वृद्धि हो।