पंजाब में ढांचागत सुविधाओं की खस्ता हालत और सरकार द्वारा उद्योगों की सुध नहीं लेने से तंग आकर लुधियाना के टेक्सटाइल उद्योग ने दूसरे राज्यों का रुख करना शुरू कर दिया है।
लुधियाना टेक्सटाइल उद्योग के सूत्रों ने बताया है कि राज्य में ढांचागत सुविधाओं की हालत बेहद खराब है और इकाइयां ऐसी जगह पर कारोबार का विस्तार करने की योजना बना रही हैं जहां बेहतर ढांचागत सुविधाएं मौजूद हों।
लुधियाना बुनकर एसोसिएशन के अध्यक्ष अजीत लाकड़ा ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि एसोसिएशन इस समय मध्य प्रदेश सरकार के एक प्रस्ताव पर विचार कर रहे हैं। मध्य प्रदेश ने उन्हें राज्य में औद्योगिक इकाइयों की स्थापना करने के लिए आमंत्रित किया है। सूत्रों ने बताया है कि वर्दमान, नाहर और अभिषेक इंडस्ट्रीज अपने कारोबार का मध्य प्रदेश में विस्तार कर रहे हैं। इस बीच लुधियाना की अन्य टेक्सटाइल कंपनियों ने भी लुधियाना से बाहर कारोबार का विस्तार करने की योजना बनाई है।
लाकड़ा ने बताया कि 10 से 15 सदस्यों का एक दल जल्द ही मध्य प्रदेश का दौरा करेगा। इस दौरान यह दर राज्य में बुनियादी ढांचा तथा अन्य सुविधाओं का अध्ययन करेगा। उन्होंने बताया कि यह दौरा अप्रैल के दूसरे पखवाड़े में हो सकता है। नाईटवियर क्लब के अध्यक्ष विनोद थापर ने कहा कि लुधियाना में बुनियादी ढांचे की समस्या का कोई हल नहीं निकल रहा है। इसके कारण कपड़ा इकाइयां राज्य के बाहर निकलने को मजबूर हो रही हैं।
बिजली की अनियमित आपूर्ति के कारण लुधियाना में उद्योगों की रीढ़ की हड्डीटूट चुकी है। थापर ने कहा कि बिजली की समस्या के चलते उद्योगों को भारी घाटा उठाना पड़ रहा है। बिजली के अलावा राज्य में सड़क की हालत भी बेहतर नहीं है। थापर ने कहा कि रीयल एस्टेट में जारी तेजी से उद्योगों का विकास प्रभावित हुआ है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा राज्य में श्रमिकों भी कमी देखने को मिल रही है।
इससे पहले लुधियाना में उद्योगों को उत्तर प्रदेश और बिहार के श्रमिक आसानी से मिल जाते थे लेकिन अब इन राज्यों में विकास की कई योजनाएं शुरू हो रही हैं। इस कारण पंजाब जैसे राज्यों में श्रमिकों की कमी एक बड़ी समस्या का रूप ले चुकी है। राज्य सरकार इन उद्योगों को राज्य में विस्तार के लिए छूट देने में भी असफल रही है जबकि दूसरे राज्य आकर्षक पेशकश कर रहे हैं।