facebookmetapixel
₹2 लाख करोड़ आ सकते हैं भारत में! ब्लूमबर्ग जल्द कर सकता है बड़ा ऐलानDelhi Pollution: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण आपातकाल, AQI 600 पार; GRAP स्टेज 4 से कड़े नियम लागूअगर आपने SBI YONO ऐप में आधार अपडेट नहीं किया तो क्या होगा? जानें पूरी सच्चाईEmmvee Photovoltaic IPO की फ्लैट लिस्टिंग, निवेशकों को नहीं मिला लिस्टिंग गेन; शेयर ₹217 पर लिस्ट₹20 लाख की कारें धड़ाधड़ बिक रही हैं… भारतीय कर रहे धुआंधार खरीदारी, क्या है वजह?PhysicsWallah Share: ₹145 पर लिस्टिंग के बाद 12% उछला, प्रॉफिट बुक करना सही रहेगा या लॉन्ग टर्म के लिए करें होल्ड?JioFinance ऐप लाया नया फीचर, अब एक जगह ट्रैक कर सकेंगे अपना पूरा फाइनैंस150 नई स्कीमें! आखिर क्यों पैसिव फंड्स पर इतने आक्रामक हो गए म्युचुअल फंड हाउस?Tata Stock समेत इन दो शेयरों पर ब्रोकरेज बुलिश, ₹8,200 तक के दिए टारगेट्सउत्तराखंड सरकार को तीन महीने में कॉर्बेट रिजर्व सुधारने का SC का आदेश

पराली से बिगडऩे लगी दिल्ली की आबोहवा

Last Updated- December 14, 2022 | 10:39 PM IST

धान की पराली जलाए जाने से दिल्ली की आबोहवा बिगड़ गई है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी के प्रदूषण में इसका हिस्सा केवल पिछले 24 घंटे में एक फीसदी से बढ़कर छह फीसदी हो गया। हालांकि यह प्रदूषण के अन्य स्रोतों से कम था। इस मुद्दे को लेकर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई।
भू विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (सफर) के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में पीएम2.5 में पराली जाने का हिस्सा 14 अक्टूबर को एक फीसदी था, जो 15 अक्टूबर को बढ़कर छह फीसदी हो गया। सफर के आंकड़े दर्शाते हैं कि 10 से 13 अक्टूबर के बीच दिल्ली-एनसीआर के पीएम2.5 में पराली जलाने का हिस्सा 2 से 3 फीसदी के बीच था। दिल्ली की हवा में पराली जलाए जाने के धुएं का हिस्सा बढऩे की वजह पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पराली में आग लगाए जाने में अचानक बढ़ोतरी होना है क्योंकि गेहूं बुआई का समय नजदीक आ रहा है। इस पूर्वानुमान एजेंसी ने एक बयान में कहा, ‘हरियाणा, पंजाब और पड़ोसी सीमावर्ती क्षेत्रों में पराली जाए जाने की संख्या 740 अनुमानित है और हवा का रुख भी कुछ हद तक इसके अनुकूल है, इसलिए पीएम2.5 में पराली जलाए जाने का हिस्सा बढ़ा है।’
14 दिनों में खेतों में आग बढ़ी
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के भौतिक अनुसंधान प्रभाग के आंकड़े दर्शाते हैं कि 14 अक्टूबर को उपग्रह ने पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पराली को जलाने की घटनाओं की पहचान की थी, जो 13 अक्टूबर को पराली जलाने की घटनाओं से 103 फीसदी अधिक थी। इन आंकड़ों से पता चलता है कि 1 अक्टूबर से 14 अक्टूबर के बीच पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पराली जलाने की करीब 4,015 घटनाएं दर्ज की गई हैं, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 89 फीसदी अधिक हैं।

जुबानी जंग
दिल्ली के प्रदूषण में पराली के हिस्से को लेकर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर और दिल्ली के मुख्यमंत्री जुबानी जंग में उलझ गए।
जावडेकर ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण में पराली का हिस्सा महज चार फीसदी है, शेष प्रदूषण की वजह स्थानीय कारक हैं। इस पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनकी कड़ी आलोचना करते हुए कहा, ‘इनकार करने से मदद नहीं मिलेगी।’

First Published - October 15, 2020 | 11:41 PM IST

संबंधित पोस्ट