देश में पेट्रोल की कीमतों में हुई ऐतिहासिक वृध्दि ने न केवल उपभोक्ताओं को सांसत में डाला है बल्कि पूरे पंजाब के पेट्रोल डीलरों के लिए भी यह एक गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
हरियाणा के मुकाबले पंजाब में पेट्रोल की कीमत में 5.50 रुपये की बढ़ोतरी हुई है जबकि चंडीगढ़ की तुलना में यह वृध्दि 4.50 रुपये की है। इन दो शहरों की तुलना में पंजाब में पेट्रोल की कीमत में लगी आग का मुख्य कारण यहां वैट और अन्य सरचार्ज सहित नगर चुंगी और बुनियादी सुविधा उपकर आदि लगाया जाना है।
कुल मिलाकर पंजाब में पेट्रोल पर करीब 31 फीसदी का अतिरिक्त कर लगाया जाता है, जो संयोग से देश में सबसे अधिक है। तेल की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के बाद पंजाब के पेट्रोल पंप डीलर यह महसूस कर रहे हैं कि उसके साथ निर्दयतापूर्वक व्यवहार किया जा रहा है। मसलन उन्हें अधिक महंगा पेट्रोल खरीदने के लिए बाध्य किया जा रहा है।
पंजाब पेट्रोलियम डीलर एसोसिएशन के अध्यक्ष जे. पी. खन्ना ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि यहां के पेट्रोल डीलरों को 27.5 फीसदी का वैट अदा करने के साथ ही बुनियादी सुविधा उपकर और नगर चुंगी भी देना होता है। यही वजह है कि यहां के पेट्रोल पंप डीलरों को अधिक कर अदा करना पड़ता है। उल्लेखनीय है कि पंजाब में 27.5 फीसदी, हरियाणा में 20 फीसदी, चंडीगढ़ में 22 फीसदी और हिमाचल में 25 फीसदी वैट अदा करना पड़ता है।
खन्ना ने बताया कि अतिरिक्त वैट अदा करने के कारण ही पंजाब में पेट्रोल की कीमत अपेक्षाकृत अधिक है। राज्य में पेट्रोल की कीमत अधिक होने के कारण ही बार्डर के नजदीक रहने वाले लोग पास के राज्य में जाकर पेट्रोल खरीदते हैं।