facebookmetapixel
देश को वैश्विक स्तर के बैंकों की जरूरत; RBI और फाइनैंशियल इंस्टीट्यूशन्स के साथ बातचीत जारी: सीतारमणभारत का रियल एस्टेट मार्केट 2047 तक होगा 20 गुना बड़ा, टियर-2 और 3 शहर बनेंगे नए ग्रोथ हबDelhi pollution: दिल्ली में प्रदूषण पर सख्ती, बिना पीयूसी वाहनों के इस साल 20% ज्यादा कटे चालान; हवा हुई और खराबLIC Q2FY26 results: मुनाफा 31% बढ़कर ₹10,098 करोड़, प्रीमियम इनकम 5.49% बढ़ीED का 1xBet सट्टेबाजी मामले में बड़ा एक्शन, सुरेश रैना और शिखर धवन की ₹11.14 करोड़ की संपत्ति जब्तअब दो दिशाओं में दौड़ेगी Tata Motors! एक घरेलू बाजार पर फोकस, दूसरी ग्लोबल लग्जरी परNFO: Helios MF का स्मॉल कैप फंड लंबी अवधि में बनाएगा वेल्थ? ₹1,000 की SIP से निवेश शुरूKotak MF ने उतारा रूरल अपॉर्च्यूनिटीज फंड, ₹500 की SIP से निवेश शुरू; इस नई स्कीम में क्या है खास?Ola Electric के ऑटो बिजनेस ने Q2 में पहली बार दर्ज किया ऑपरेटिंग प्रॉफिटSBI MF का IPO आने वाला है! SBI और AMUNDI बेचेंगे हिस्सा, निवेशकों के लिए सुनहरा मौका

महाराष्ट्र सरकार ने कोबाड गांधी के संस्मरण के मराठी अनुवाद को दिया पुरस्कार वापस लिया

Last Updated- December 13, 2022 | 3:31 PM IST

महाराष्ट्र सरकार ने कोबाड गांधी के संस्मरण के मराठी अनुवाद को दिया पुरस्कार वापस लिया
PTI / मुंबई  December 13, 2022

13 दिसंबर (भाषा) महाराष्ट्र सरकार ने कथित माओवादी विचारक कोबाड गांधी के संस्मरण के मराठी अनुवाद को दिया गया पुरस्कार वापस ले लिया।

सरकार के मराठी भाषा विभाग ने कोबाड गांधी की “फ्रैक्चर्ड फ्रीडम: ए प्रिजन मेमॉयर” के अनुवाद के लिए अनघा लेले को स्वर्गीय यशवंतराव चव्हाण साहित्य पुरस्कार 2021 देने की छह दिसंबर को घोषणा की थी।

यह फैसला गांधी के कथित माओवादी संबंध होने के कारण सोशल मीडिया पर पुरस्कार देने के फैसले की आलोचना के मद्देनजर आया है।

सोमवार को जारी एक सरकारी संकल्प (आदेश) में कहा गया है कि चयन समिति के निर्णय को “प्रशासनिक कारणों” से उलट दिया गया, और पुरस्कार (जिसमें एक लाख रुपये का नकद पुरस्कार शामिल था) को वापस ले लिया गया है।

आदेश में आगे कहा गया है कि समिति को भी खत्म कर दिया गया है।

भाषा जितेंद्र नरेश

First Published - December 13, 2022 | 10:01 AM IST

संबंधित पोस्ट