उत्तर प्रदेश के सिचाई मंत्री नसीमुद्दीन सिद्दिकी ने बाढ़ से सम्बन्धित परियोजनाओं की प्राथमिकता निर्धारित करके कार्य करने तथा पुरानी परियोजनाओं को निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने का निर्देश दिया है।
उन्होंने कहा कि कार्यों को पूरा करने तथा धनराशि को व्यय करने हेतु मार्च महीने का इंतजार न करें। उन्होंने गण्डक संगठन गोरखपुर में बाढ़ का 38 करोड रुपया व्यय न होने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि बाढ़ से संबन्धित कार्यों पर जहां धनराशि व्यय नहीं हुई है उन परियोजनाओं के अभियंताओं से स्पष्टीकरण मांगा जाए और जरूरी कार्रवाई की जाए।
सिद्दिकी सिंचाई भवन के सभागार में उत्तर प्रदेश राज्य बाढ़ नियन्त्रण परिषद की 31वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस बैठक में 357 करोड़ रुपये की 72 बाढ संबंधी विभिन्न परियोजनाओं को स्वीकृत प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत के लिए वर्ष 2008-09 के बजट में 370 करोड रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अतिरिक्त लगभग 33 करोड रुपये भारत सरकार से बाढ़ प्रबंधन कार्यक्रम केतहत प्राप्त होगा।
उन्होंने कहा कि बाढ़ से सम्बन्धित बड़ी परियोजनाओं का विवरण भारत सरकार एवं नाबार्ड को भेजकर धनराशि प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि मानसून में बाढ़ की स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए विभाग को अभी से तैयारियां शुरू कर देनी चाहिए।