आर्थिक मंदी का असर अब मध्य प्रदेश के बैंकिंग कारोबार पर भी दिखाई देने लगा है।
राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति की बैठक के दौरान बताया गया कि सितंबर 2008 को समाप्त छमाही के दौरान बैंकों के अग्रिम में केवल 4.02 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखने का मिली जबकि इस दौरान निवेश में 2.48 प्रतिशत की कमी देखने को मिली।
इस दौरान प्राथमिक क्षेत्र को दिए गए ऋण में 7.97 प्रतिशत, कृषि ऋण में 6.31 प्रतिशत और छोटे तथा मझोले उद्योगों को दिए जाने वाले ऋण में महज 1.61 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।