लखनऊ स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान
यह कोर्स प्रोग्राम संस्थान के नोएडा स्थित कैपसूल कैंपस में संपन्न कराया जाएगा।
‘इंटरनेशनल प्रोग्राम इन मैनेजमेंट फॉर एक्सक्यूटिवस (आईआईपीएक्स)‘ नाम से शुरु किया जा रहे इस कोर्स एक वर्ष की अवधि एक सााल है। इस कोर्स के दौरान वर्किग एक्सक्यूटिव को चार से पांच सप्ताह के लिए कनाडा की मैकगिल यूनीवर्सिटी के प्रंबधन संस्थान में भी ले जाया जाएगा।
आईआईएम लखनऊ के निदेशक देवी सिंह ने संस्थान के नोएडा स्थित नए केन्द्र में प्रंबधन संकाय की बेहतरी के लिए अगले अकादमी वर्ष से राष्ट्रीय संकाय उन्नयन केंद्र को शुरु करने की सूचना दी है। आईआईएम लखनऊ के दूसरे दीक्षांत समारोह में देवी सिंह ने यह भी बताया कि संस्थान के पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम में छात्रों की संख्या को भी बढ़ा गया है। इसे वर्तमान की
240 सीटों से बढ़ाकर 330 कर दिया जाएगा।
संस्थान के दीक्षांत समारोह में प्रंबधन में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के
22 वें बैच के 235 छात्रों, 21 वें बैच के 2 छात्रों को और कृषि–व्यापार प्रंबधन के इनोवेटिव पोस्ट ग्रेजुएट प्रोग्राम में 21 छात्रों को डिप्लोमा प्रदान किया गया है। संस्थान के दीक्षांत समारोह मे कुल 259 छात्रों को उनके डिप्लोमा और टाइटिल प्रदान किये गए। इस अवसर पर आईआईएम लखनऊ के बोर्ड ऑफ गर्वनर के चेयरमेन जेजे ईरानी ने ग्रेजुएट छात्रों को उनके डिप्लोमा प्रदान किए।
दीक्षांत समारोह में टाटा कंसल्टेसी लिमिटेड के मुख्य कार्याधिकारी और प्रबंध निदेशक एस रामदरोई क ो मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था। आईआईएम लखनऊ ने विगत
7 मार्च को अपने छात्रों के लिए प्लेसमेंट समाप्त किए हैं। बीते वर्षो के तरह इस साल भी संस्थान से प्लेसमेंट काफी अच्छा रहा है। इस बार संस्थान के 256 छात्रों के लिए 586 ऑफर आए थे। इस दौरान 32 अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियों ने छात्रों को नौकरी देने की पेशकश की। कंपनियों ने अपने पैकेज में भी बढ़ोतरी की है।