facebookmetapixel
Delhi Blast: रेड फोर्ट धमाके के बाद लाल किला मेट्रो स्टेशन हुआ फिर से चालूCoal Import: त्योहारी सीजन से पहले कोयले का आयात बढ़ा, 13.5% की छलांगMCap: टॉप 8 कंपनियों का मार्केट कैप ₹2.05 ट्रिलियन बढ़ा; Airtel-RIL चमकेDelhi Weather Update: दिल्लीवासियों के लिए खतरनाक हवा, AQI अभी भी गंभीर स्तर परLadki Bahin Yojana: इस राज्य की महिलाओं के लिए अलर्ट! 18 नवंबर तक कराएं e-KYC, तभी मिलेंगे हर महीने ₹1500ट्रेडिंग नियम तोड़ने पर पूर्व फेड गवर्नर Adriana Kugler ने दिया इस्तीफाNPS में शामिल होने का नया नियम: अब कॉर्पोरेट पेंशन के विकल्प के लिए आपसी सहमति जरूरीएशिया-पैसिफिक में 19,560 नए विमानों की मांग, इसमें भारत-चीन की बड़ी भूमिका: एयरबसअमेरिकी टैरिफ के 50% होने के बाद भारतीय खिलौना निर्यातकों पर बढ़ा दबाव, नए ऑर्डरों की थमी रफ्तारसुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग ने किया साफ: आधार सिर्फ पहचान के लिए है, नागरिकता साबित करने के लिए नहीं

पंजाब में किसानों को मिली राहत

Last Updated- December 11, 2022 | 12:06 AM IST

पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने किसानों को राहत पहुंचाने के लिए 4.77 करोड़ रुपये स्वीकृत किए हैं।
खराब मौसम की वजह से राज्य में इस साल 20 मार्च से 2 अप्रैल के बीच करीब 18,968 एकड़ फसल बर्बाद हो चुकी है। इसे देखते हुए मुख्यमंत्री ने राज्य के मुख्य सचिव रमेश इंदर सिंह और वित्तीय आयुक्त रोमिला दुबे को निर्देश दिए हैं कि जिन किसानों की फसल बरबाद हुई है, उन्हें तत्काल सहायता मुहैया कराई जाए।
प्रतिकूल मौसम से फसलों को कितना नुकसान पहुंचा है इसका ठीक-ठीक पता लगाने के लिए बादल ने राज्य के उपायुक्त को एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार हरचरण बैंस ने बताया कि पंजाब सरकार ने राज्य के बजट से प्राकृतिक आपदा राहत कोष के तहत तत्काल 4.77 करोड़ रुपये स्वीकृत किया है।
यह सहायता राशि अमृतसर, संगरूर लुधियाना, मोगा, जालंधर और फतेहगढ़ साहेब जिले के किसानों के बीच बांटी जानी है जिनकी फसलें बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई हैं। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि किन इलाकों में कितना नुकसान पहुंचा है इसका पता लगाने के लिए राज्य के राजस्व विभाग ने एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है।
इस सर्वे रिपोर्ट से पता चला है कि लुधियाना में सबसे अधिक 5,416 एकड़ जमीन पर फैली फसल बर्बाद हुई है। इसके बाद फतेहगढ़ साहिब (5,130 एकड़) और जालंधर (3,101 एकड़) में फसलें सबसे अधिक बर्बाद हुई हैं।
रिपोर्ट के अनुसार 10,191 एकड़ जमीन पर फसलों को 76 फीसदी से अधिक का नुकसान हुआ है। जबकि, 5,922 एकड़ जमीन ऐसी है जहां फसलों को 51 से 75 फीसदी के बीच नुकसान पहुंचा है। करीब 2,853 एकड़ जमीन पर फसलों को 26 से 50 फीसदी तक का नुकसान पहुंचा है।

First Published - April 11, 2009 | 6:12 PM IST

संबंधित पोस्ट