हावड़ा नदी के नीचे से होकर गुजरने वाली मेट्रो देश में इस तरह की पहली परियोजना होगी। इस पर कुल खर्च 4874.58 करोड़ रुपये आएगा।
इसमें से राज्य सरकार 1,452.58 करोड़ रुपये और केंद्र सरकार 1,169 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता देगी। राज्य सरकार ने जापान इंटरनैशनल को-ऑपरेशन एजेंसी से बाकी बचे 2,253 करोड़ रुपये की रकम लंबी अवधि के ऋण के तौर पर ली है।
यह भूमिगत कॉरिडोर हावड़ा स्टेशन से होकर हुगली नदी के 60 फीट नीचे से होकर गुजरेगी। मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने बताया, ‘कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (केएमआरसी) में केंद्र सरकार और राज्य सरकार की बराबर इक्विटी हिस्सेदारी है। पिछले साल ही केएमआरसी का पंजीकरण हो चुका है। कंपनी ने निविदाएं भी जारी कर दी हैं।’
इन्फ्रास्ट्रक्चर कंपनी गैमन इंडिया को 6 किलोमीटर लंबा एलिवेटिड कॉरिडोर बनाने का ठेका भी दिया जा चुका है। राज्य के परिवहन सचिव सुमंत्र बनर्जी ने बताया, ‘आने वाले 10-15 दिन में परियोजना का काम शुरू हो जाएगा।’
इस परियोजना का काम पूरा करने के लिए साल 2014 तक की समयसीमा रखी गई है। इस मेट्रो से रोजाना लगभग 23,000 यात्रियों के सफर करने का अनुमान है।
