लंबे समय से बरसात नहीं होने के कारण उत्तराखंड में गेहूं और रबी फसलों पर संकट के बादल छाने लगे हैं। पिछले तीन महीनों से टिहरी जैसे क्षेत्रों में मामूली बारिश होने के अलावा बाकी इलाकों में सूखे के ही हालात हैं।
मौसम विभाग के निदेशक आनंद शर्मा ने बताया कि इस दौरान सिर्फ 39 मिलीलीटर बारिश ही हुई है जो कि सामान्य से लगभग 55 फीसदी कम है। शर्मा ने बताया कि कुमाऊं में हालात गढ़वाल से काफी खराब हैं।
इसी महीने की शुरुआत में गढ़वाल में कुछ बरसात हुई थी। शर्मा ने बताया कि दो-तीन दिन में हालात सुधरने की उम्मीद है। कृषि मंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने विभाग से सूखा प्रभावित क्षेत्रों की सूची बनाने का निर्देश दिया है।
हालांकि, उन्होंने कहा कि हालात इतने भी खराब नहीं हैं क्योंकि मैदानी इलाकों में बरसात पर इतनी निर्भरता नहीं है। पहाड़ी इलाकों के कुछ किसान ही बरसात पर निर्भर हैं।