नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने कहा है कि दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने तीसरे चरण की सभी नई लाइन पर बिना तैयारी और लागत एवं लाभ का विश्लेषण किए बगैर ही चालक-रहित ट्रेनों के परिचालन की तकनीक अपना ली। सीएजी ने गुरुवार को संसद के पटल पर रखी गई इस रिपोर्ट में कहा है कि डीएमआरसी ने त्रिलोकपुरी खंड के निर्माण से प्रभावित हो रहे लोगों के पुनर्वास की जगह भी बार-बार बदली।
