चुनावी दंगल में वाम मोर्चे को पश्चिम बंगाल में पिछले तीन दशकों में सबसे कड़ी चुनौती भले ही मिल रही हो, पर मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य ने टेलीविजन पर अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी तृणमूल कांग्रेस की ममता बनर्जी से जंग जीत ली है।
टेलीविजन पर युद्ध का मंच 27 मार्च को सजा था जब दो अलग अलग चैनलों पर एक ही समय में भट्टाचार्य और बनर्जी को पेश किया गया था। हालिया रिपोर्ट से इस बात का खुलासा हुआ है कि टीवी चैनलों पर छिड़ी इस जंग में बाजी भट्टाचार्य ने मारी है।
टैम पीपुलमीटर सिस्टम के मुताबिक स्टार आनंद पर प्रसारित कार्यक्रम जनतार दरबारे ममता (जनता के दरबार में ममता) को 1.09 फीसदी टीवीआर मिली। जबकि इसकी तुलना में 24 घंटा के फोन मुख्यमंत्री को 1.8 फीसदी टीवीआर मिली।
दोनों ही कार्यक्रमों को शाम 7 बजे प्रसारित किया गया था। स्टार आनंद की पहुंच 9,50,000 घरों में है जबकि, 24 घंटा की पहुंच 9,07,000 घरों में है। उसके बाद भी बनर्जी की तुलना में भट्टाचार्य के कार्यक्रम को अधिक रेटिंग मिली है।
24 घंटा के सूत्रों ने बताया, ‘हमारी बाजार हिस्सेदारी 61 फीसदी रही, वहीं इसकी तुलना में स्टार आनंद की हिस्सेदारी 36 फीसदी तक ही सिमटी थी। जहां हमारे कार्यक्रम को हर दर्शक ने औसतन 31 मिनट देखा, वहीं स्टार आनंद के कार्यक्रम के लिए यह समय 18 मिनट था।’ स्टार आनंद को जब इस बारे में मेल भेजा गया तो उनकी ओर से इसका कोई जवाब नहीं आया।
हालांकि, सीपीआई (एम) इस रेटिंग को भुनाने के मूड में नजर आ रही है। पार्टी से उत्तरी कोलकाता संसदीय क्षेत्र के उम्मीदवार मोहम्मद सलीम ने कहा, ‘यह बड़ी सामान्य सी बात है। यह लोगों का मिजाज दर्शाता है।’ पर तृणमूल कांग्रेस के नेता पार्था चटर्जी सलीम के इस दावे से इत्तेफाक नहीं रखते हैं।
चटर्जी ने कहा, ‘लोगों का मिजाज तो उस वक्तव्य में नजर आता है जो खुद सीपीआई (एम) ने दिया था। खुद उनका मानना है कि आगामी चुनाव में विपक्षी पार्टी को पिछली बार से दोगुनी सीट मिलेगी।’