रिलांयस इंडस्ट्री लिमिटेड, यूरोपियन एडमायर एनर्जी सोल्यूशन लिमिटेड, अल्बीना पावर, एक्मे टेलि पावर लिमिटेड एंड एम्कों लिमिटेड ने हरियाणा में सौर ऊर्जा से बिजली पैदा करने के लिए प्लांट लगाने की योजना में अपनी गहरी रुचि दिखाई है।
सौर ऊर्जा के विकास के लिए हरियाणा सरकार ने राज्य की बढ़ती बिजली आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए 2012 के अंत तक नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों से 10 फीसदी बिजली उत्पादन करने की योजना बनाई है।
नवीकरणीय ऊर्जा संसाधनों से बिजली उत्पादन को बढ़ावा देने वाली नोडल एंजेसी हरियाणा नवीकरणीय विकास एंजेसी (एचएआरएडीए) ने बिजली उत्पादन करने वाली निजी कंपनियों से हरियाणा में सौर बिजली उत्पादन के लिए सोलर फोटोवाल्टिक प्लांट लगाने के लिए आवेदन पत्र आंमत्रित किये है।
एचएआरएडीए ने एक अधिकारी का कहना है कि इस बाबत विभाग ने लगभग 20 आवेदन पत्र प्राप्त किये है। अगर सभी कंपनिया राज्य में एसपीपी लगाने के लिए मंजूरी प्राप्त कर लेती है तो राज्य में लगभग 127 मेगावाट अतिरिक्त बिजली का उत्पादन किया जा सकेगा।
इस योजना से राज्य को लगभग 20 से 25 करोड़ आय की प्राप्ति भी होगी। अधिकारी ने बताया कि इस योजना के लिए जमीन का अधिग्रहण चयनित निवेशक कंपनी को ही करना पडेग़ा। इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए 18 माह का समय निर्धारित किया गया है। अधिकारी ने यह भी बताया कि वैसे तो अभी राज्य में बिजली की दरें तय नहीं की गई है।
लेकिन कोई कंपनी अगर सरकार से सब्सिडी लेना चाहती है तो वह 15 रुपये प्रति इकाई के हिसाब से इसकी कीमत तय कर सकती है। राज्य में बिजली की मांग को पूरा करने के लिए कैबिनेट ने अपनी बैठक में ने सौर बिजली उत्पादन करने वाली कंपनियों को बुनियादी विकास शुल्कों, जांच शुल्क, भूमि उपयोग शुल्क और बाहरी विकास शुल्क को हटाने का निर्णय लिया है।