पाकिस्तान के नामचीन फिल्मकारों में एक, जावेद जब्बार के चेहरे पर आजकल खुशी छुपाए नहीं छुप रही है।
आखिर, उनकी फिल्म ‘खुदा के लिए’ भारत में अच्छा खासा बिजनेस जो कर रही है। यह 40 लंबे सालों के बाद भारत में रिलीज होने वाली पहली पाकिस्तानी फिल्म है। अब तो उनकी बेटी मेहरीन भी अपनी फिल्म ‘रामचंद्र पाकिस्तानी’ के साथ भारत आने वाली हैं।
वैसे, कई दूसरे निर्माता और निर्देशक हैं, जो अपनी फिल्मों और सीरियल्स को भारतीयों के सामने पेश करने को आतुर हैं।जब्बार बताते हैं,’इससे पाकिस्तानी मनोरंजन को काफी फायदा होगा। साथ में, कई गठजोड़ों को भी आप शक्ल अख्तियार करते आप देख सकते हैं।’ वैसे, इन दिनों वह अपनी बेटी की फिल्म को रिलीज करवाने में हुए हैं। वह इस वक्त दो भारतीय प्रोडक्शन हाउसों के साथ बातचीत कर रहे हैं।
उन्होंने कोई नाम तो बताने से साफ इनकार कर दिया, लेकिन इतना जरूर बताया कि इस बारे में दो हफ्तों में समझौता हो जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि यह फिल्म जून में भारतीय सिनेमाघरों में रिलीज होगी। सच्ची घटना पर आधारित यह फिल्म पाकिस्तान के एक हिंदू बच्चे की कहानी है।
वह एक दिन अपने पिता के साथ भटककर भारत में आ जाता है, जहां बीएसएफ वाले उन्हें पकड़ लेते हैं। इस फिल्म में कला फिल्मों की जानी-मानी अदाकारा नंदिता दास ने उस बच्चे की मां की भूमिका निभाई है। अगर सब कुछ ठीक-ठाक रहा, तो 40 सालों के बाद भारत में रिलीज होने वाली दूसरी पाकिस्तानी फिल्म बनने का तमगा जब्बार परिवार को ही मिलेगा।
‘खुदा के लिए’ की रिलीज से उत्साहित पाकिस्तानी फिल्मोद्योग अपनी फिल्मों, सीरियल्स और ड्रामों को भारत में प्रदर्शित करना चाहता है। वैसे, इस बारे में कुछ कहना जल्दीबाजी ही होगी। वहीं दूसरी तरफ, भारतीय फिल्मकार गठजोड़ को लेकर काफी उत्साहित हैं।
भारत में 63 प्रिंटों के साथ ‘खुदा के लिए ‘ को रिलीज करने वाली पर्सेप्ट पिक्चर्स कंपनी की पैरेंट कंपनी पर्सेप्ट के एमडी शैलेंद्र सिंह का कहना है, ‘शोएब मंसूर तो पाकिस्तान के करन जौहर हैं। हम उनकी अगली फिल्म में उनके साथ रहेंगे। इस फिल्म में दोनों देशों के कलाकार काम करेंगे।’