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PPF vs RD: ₹1 लाख निवेश करने पर 10-15 साल में कितना होगा फायदा?

PPF vs RD: अगर आप 1 लाख रुपये निवेश करें, तो 10-15 साल में कौन ज्यादा रिटर्न देगा और आपका पैसा पहले कितना बढ़ेगा।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- October 01, 2025 | 8:50 AM IST

PPF vs RD:  जब भी सुरक्षित निवेश की बात आती है, तो लोग सबसे पहले बैंक की रेकरिंग डिपॉजिटि (RD) और प​ब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) को देखते हैं। दोनों योजनाएं सुरक्षित रिटर्न और गारंटीड ब्याज दर देती हैं, लेकिन निवेश का तरीका, लॉक-इन पीरियड, टैक्स छूट और ब्याज दर में बड़ा फर्क है। एक ओर RD छोटी अवधि के निवेशकों के लिए फ्लै​क्सिबिलिटी देती है, वहीं PPF लंबी अवधि में टैक्स बचत और बेहतर ब्याज लाभ देता है। ऐसे में निवेशक के लिए यह समझना जरूरी है कि उनकी जरूरत और वित्तीय लक्ष्य के मुताबिक कौन-सा विकल्प बेहतर है। इसे एक उदाहरण से समझते हैं कि अगर आप 1 लाख रुपये निवेश करें, तो 10-15 साल में कौन ज्यादा रिटर्न देगा और आपका पैसा पहले कितना बढ़ेगा।

PPF के बारे में-

PPF क्या है और इसके फायदे

PPF यानी पब्लिक प्रोविडेंट फंड एक सरकारी बचत योजना है। इसे भारत सरकार ने 1968 में शुरू किया था। यह निवेश के लिए बहुत सुरक्षित और लंबी अवधि का विकल्प है।

PPF की खास बातें:

  • लंबी अवधि की योजना: यह 15 साल तक चलती है, जिससे लंबी अवधि में अच्छा पैसा बनता है।
  • लचीला निवेश: आप साल में कम से कम ₹500 और ज्यादा से ज्यादा ₹1.5 लाख जमा कर सकते हैं।
  • ब्याज दर: सरकार हर तिमाही ब्याज दर तय करती है। अभी यह 7.1% सालाना है।

PPF के फायदे:

  • टैक्स बचत: PPF पूरी तरह टैक्स-फ्री है।
    • निवेश पर सेक्शन 80C के तहत ₹1.5 लाख तक कटौती।
    • जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज टैक्स-फ्री।
    • मैच्योरिटी पर मिलने वाली राशि भी टैक्स-फ्री।
  • अच्छा और सुरक्षित रिटर्न: FD से ज्यादा रिटर्न मिलता है और पैसा सुरक्षित रहता है।
  • लोन सुविधा: 3 साल निवेश करने के बाद अपने PPF खाते के खिलाफ लोन लिया जा सकता है।
  • आंशिक निकासी: खाते के 7वें साल के बाद जरूरत पड़ने पर कुछ रकम निकाली जा सकती है।
  • पूरा सुरक्षित: सरकार के समर्थन की वजह से कोई मार्केट रिस्क नहीं है।
  • नामांकित व्यक्ति: आप अपने खाते में नामांकित व्यक्ति तय कर सकते हैं, और आपकी मृत्यु के बाद पैसा सीधे उसे मिलेगा।
  • नियमित बचत की आदत: इससे पैसे जमा करने की आदत बनती है और लंबी अवधि के लिए अच्छा फंड तैयार होता है।

RD क्या है?

आरडी बैंकों और डाकघरों की योजना है। इसमें हर महीने तय राशि जमा करनी होती है। ब्याज दर 2.50% से 8% तक होती है, लेकिन ब्याज पर टैक्स देना पड़ता है।

RD में जमा राशि पर तय ब्याज मिलता है, जो तिमाही (Quarterly) आधार पर कंपाउंड होता है और मैच्योरिटी पर मूलधन के साथ ब्याज भी मिलता है।

RD क्यों जरूरी है

  • यह बचत की आदत को मजबूत करता है।
  • फिक्स्ड ब्याज दर पर नियमित रिटर्न मिलता है।
  • बाजार के जोखिम के बिना धनराशि बढ़ती है।

RD कैलकुलेटर के फायदे

  1. सुविधा: जमा राशि, अवधि और ब्याज दर डालकर आसानी से मैच्योरिटी अमाउंट पता कर सकते हैं।
  2. समय की बचत: जटिल कैलकुलेशन की जरूरत नहीं।
  3. वित्तीय योजना: बचत की योजना बनाने में मदद करता है और सही निर्णय लेने में सहायक है।
  4. तुलना: अलग-अलग RD की ब्याज दरों की तुलना कर सबसे बेहतर विकल्प चुन सकते हैं।
  5. मुफ्त: ऑनलाइन उपलब्ध, कहीं भी और कभी भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

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PPF बनाम RD: जानिए 1-1 लाख रुपये निवेश करने पर 10-15 साल में कितना होगा फायदा

अगर आप सालाना 1 लाख रुपये निवेश करते हैं, तो RD और PPF में आपके पैसे का अनुमानित बढ़ोतरी इस तरह होगी:

RD (रिकरिंग डिपॉजिट) कैलकुलेशन:

  • सालाना निवेश: ₹1,00,000

  • ब्याज दर: 6.7%

  • अवधि: 10 साल

  • कुल निवेश: ₹10,00,000

  • ब्याज: लगभग ₹50,85,458

  • मैच्योरिटी राशि: लगभग ₹1,70,85,458

PPF (पब्लिक प्रोविडेंट फंड) कैलकुलेशन:

  • सालाना निवेश: ₹1,00,000

  • ब्याज दर: 7.1%

  • अवधि: 15 साल

  • कुल निवेश: ₹15,00,000

  • ब्याज: लगभग ₹12,12,139

  • मैच्योरिटी राशि: लगभग ₹27,12,139

कौन है बेहतर?

  • PPF लंबी अवधि के लिए बेहतर रिटर्न और टैक्स बचत देता है।

  • RD में नियमित जमा राशि की आदत बनती है और फिक्स्ड रिटर्न मिलता है।

  • अगर आप लंबी अवधि में ज्यादा पैसा बनाना चाहते हैं, तो PPF सही विकल्प है।

 

(डिस्क्लेमर: उपरोक्त गणनाएं अनुमानित हैं और वास्तविक रिटर्न ब्याज दरों, टैक्स नियमों और बैंक/सरकारी नीतियों के अनुसार बदल सकते हैं। निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।) 

First Published : October 1, 2025 | 8:50 AM IST