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Post Office vs Bank: सेविंग्स अकाउंट खुलवाना कहां फायदेमंद, चेक करें कौन दे रहा ज्यादा ब्‍याज

Post Office vs Bank: बैंक अपने सेविंग्स अकाउंट पर 2.70% से 3.00% तक ही ब्याज देते हैं, जबकि पोस्ट ऑफिस अपने बचत खाताधारकों को 4.0% का फिक्स्ड ब्याज देता है

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मानसी वार्ष्णेय   
Last Updated- April 05, 2025 | 5:13 PM IST

Post Office vs Bank: फाइनेंशियल ट्रांजैक्शंस के लिए लोग अक्सर बैंक में ही अपना सेविंग्स अकाउंट खुलवाते हैं। पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट खुलवाने वालों की संख्या बैंक के मुकाबले काफी कम है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट के कई ऐसे फायदे हैं, जो इसे बैंकों से बेहतर विकल्प बनाते हैं? यहां जानिए इस खाते से जुड़ी खास बातें—

अगर आप सेविंग्स अकाउंट में जमा रकम पर बेहतर ब्याज पाना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट आपके लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है। आमतौर पर बैंक अपने सेविंग्स अकाउंट पर 2.70% से 3.00% तक ही ब्याज देते हैं, जबकि पोस्ट ऑफिस अपने बचत खाताधारकों को 4.0% का फिक्स्ड ब्याज देता है, जो मौजूदा समय में कई बैंकों से बेहतर है।

बैंकों में क्या है ब्याज दर?

  • भारतीय स्टेट बैंक (SBI) – 2.70%
  • पंजाब नेशनल बैंक (PNB) – 2.70%
  • केनरा बैंक (Canara Bank)- 2.90%
  • बैंक ऑफ इंडिया (BOI) – 2.90%
  • बैंक ऑफ बड़ौदा (BOB) – 2.75%
  • एचडीएफसी बैंक (HDFC) – 3.00%
  • आईसीआईसीआई बैंक (ICICI) – 3.00%
  • एक्सिस बैंक (Axis Bank)- 3.00%

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Post Office vs Bank Saving Account: मिनिमम बैलेंस

चाहे आप बैंक में सेविंग्स अकाउंट खुलवाएं या पोस्ट ऑफिस में, हर जगह एक न्यूनतम बैलेंस (minimum balance) मेंटेन करना जरूरी होता है। अगर यह बैलेंस तय सीमा से नीचे चला जाए, तो आपको पेनल्टी चुकानी पड़ती है।

अधिकतर बैंकों में रेगुलर सेविंग्स अकाउंट के लिए मिनिमम बैलेंस की सीमा ₹1,000 या उससे ज्यादा होती है। प्राइवेट सेक्टर के बैंक जैसे HDFC और ICICI में यह सीमा ₹10,000 तक पहुंच जाती है, जिससे आम खाताधारकों पर अतिरिक्त बोझ पड़ता है।

वहीं, पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट की बात करें तो इसमें मिनिमम बैलेंस की लिमिट महज ₹500 है। यह राशि कोई भी आसानी से मेंटेन कर सकता है। इतना ही नहीं, इस अकाउंट से न्यूनतम निकासी (minimum withdrawal) की सीमा भी सिर्फ ₹50 रखी गई है, जो इसे आम लोगों के लिए और भी सुविधाजनक बनाती है।

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पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट बनाम बैंक सेविंग अकाउंट: कौन देता है ज्यादा सुविधाएं?

अगर आप पोस्ट ऑफिस में सेविंग अकाउंट खोलने की सोच रहे हैं या फिर पहले से आपका अकाउंट है, तो जानना जरूरी है कि इसकी सुविधाएं बैंक अकाउंट के मुकाबले कितनी और कैसी हैं।  नीचे देखें कौन दे रहा है ज्यादा सुविधा-

पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट की सुविधाएं:

  • चेक बुक की सुविधा – फॉर्म भरकर पोस्ट ऑफिस में जमा करने के बाद मिलती है।
  • एटीएम कार्ड – उपलब्ध है, लेकिन सिर्फ लिमिटेड नेटवर्क और मशीनों पर चलता है।
  • मोबाइल/ई-बैंकिंग – सुविधा है, लेकिन फीचर्स सीमित होते हैं।
  • आधार लिंकिंग – आसानी से की जा सकती है।
  • सरकारी योजनाएं – अटल पेंशन योजना (APY), प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY), प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY) से जुड़ने की सुविधा।
  • देशभर में पहुंच – ग्रामीण और दूरदराज़ क्षेत्रों तक भी पोस्ट ऑफिस ब्रांच मौजूद हैं।
  • कम शुल्क – सेवाओं पर लगने वाला शुल्क आमतौर पर बहुत कम होता है।

बैंक सेविंग अकाउंट की सुविधाएं:

  • चेक बुक – आमतौर पर फ्री में मिलती है और प्रक्रिया तेज होती है।
  • एटीएम/डेबिट कार्ड – बड़ी संख्या में एटीएम और ब्रांच में उपयोग की सुविधा।
  • मोबाइल/ई-बैंकिंग – यूपीआई, ऑनलाइन फंड ट्रांसफर, बिल पेमेंट, इन्वेस्टमेंट, मोबाइल ऐप आदि के जरिए फुल डिजिटल एक्सेस।
  • आधार और पैन लिंकिंग – ऑनलाइन या ब्रांच से आसानी से तुरंत किया जा सकता है।
  • अतिरिक्त सेवाएं – फिक्स्ड डिपॉज़िट, म्यूचुअल फंड, लोन, क्रेडिट कार्ड जैसी कई और सुविधाएं।
  • कैश ट्रांजैक्शन – ज्यादा एटीएम और ब्रांच की सुविधा के कारण नकद लेन-देन आसान।
  • 24×7 ग्राहक सेवा – कॉल सेंटर, मोबाइल ऐप और चैटबॉट के जरिए मदद मिलती है।
First Published : April 5, 2025 | 5:13 PM IST