New Year’s Resolution 2024: नए साल में अब कुछ ही घंटे रह गए हैं। साल की शुरुआत के साथ हम सब कुछ न कुछ योजनाएं बनाते है और उन पर काम करने की कोशिश करते हैं। कोई नए साल से रोजाना जिम जाने का लक्ष्य रखता है तो कोई अपनी आदतों में बदलाव का संकल्प लेता है।
आज हम आपको कुछ ऐसे ही Financial resolutions की टिप्स दे रहे हैं, जो आपको पैसा बचाने के साथ भविष्य में किसी भी मुसीबत या बड़े खर्चे के लिए तैयार रखेगा।
1.फालतू खर्चों से तोड़े नाता
फाइनेंशियल रूप से मजबूत रहने के लिए फालतू खर्चों को गुड बाय कहना सबसे पहला कदम है। हम अपने फालतू खर्चों पर लगाम लगा कर न केवल अपने पैसे बचा सकते है बल्कि इन्हें बेहतर जगह पर इन्वेस्ट कर सकते हैं। इसलिए किसी भी तरह का खर्च करने से पहले दो बार जरूर सोच लें कि यह जरुरी है या नहीं। साथ ही अपने महीने में खर्च होने वाले बजट पर भी ध्यान देने की आदत डाल लें।
2. बचत को बनायें अपना Best Friend Forever
अनाब-शनाब खर्चों पर लगाम लगाने के साथ सेविंग्स की आदत डालना भी उतना ही जरूरी है। अपने मंथली बजट को तैयार करने के बाद आपको हर महीने अपनी कमाई का एक हिस्सा सुरक्षित रख लेना चाहिए। अगर अभी तक ऐसा नहीं करते आए हैं, तो 2023 से अपने लिए आवश्यकता अनुसार बचत की अवधि तय करके बचत प्लान कर लें। यह आदत आपको भविष्य के किसी भी मुसीबत या बड़े खर्चे के लिए तैयार रखेगा।
3. अनचाहे इंस्टॉलमेंट से बनाएं दूरी
क्रेडिट कार्ड या आसानी से किश्तों पर सामान मिलने वाले जमाने में हमें अनचाही इंस्टॉलमेंट से दूरी बनानी चाहिए। हम अक्सर बाजार जाते हुए आसान किश्तों पर मिल रहे सामान का घर ले आते है और उसे एक या दो महीने बाद शायद ही उसे इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, उसकी किश्तें हमें न चाहते हुए फिर भरनी पड़ती है। इसलिए सावधानी हमेशा अफसोस करने से बेहतर होती है।
4. सही जगह पर करें इन्वेस्टमेंट
निवेश करना सेविंग्स का सबसे अच्छा तरीका भी माना जाता है। इसलिए हमें हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि कहां निवेश करना चाहिए और कहां नहीं। बाजार में आज सेविंग्स के कई तरह प्लान मौजूद है। अगर आप अपना पैसा लगाने से पहले हर तरह से जांच परख कर ले तो यह आपको सेविंग्स के साथ अच्छा रिटर्न भी दे सकता है। साथ ही हमें लुभावने प्लान देने वाली फर्जी कंपनियों के जाल से बचना चाहिए।
5. अपनी सैलरी या इनकम में 50:20:30 का नियम अपनाएं
इस नियम के अनुसार, आपको अपनी टैक्स के बाद वाली आय का 50 फीसदी तक उन जरूरतों पर खर्च करना चाहिए जो आपके पास होनी चाहिए या जरुरी है। बाकी बची आय में से 20 फीसदी को बचत और ऋण चुकौती में बांटना चाहिए जबकि 30 फीसदी का इस्तेमाल आप जिस भी तरह से चाहे उस तरह से कर सकते हैं।